Sterling Wilson Solar commissioned 25 MW solar power project in Oman
प्रतीकात्मक तस्वीर

  • सोलर कृषि योजना के लिए किराये पर लेगी महावितरण

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नागपुर. अब किसान अपनी अनुपयोगी जमीन से भी प्रति वर्ष प्रति हेक्टेयर 75,000 रुपये महीने कमा सकते हैं. मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना के लिए लगने वाली जमीन महावितरण उनसे किराये पर लेगी. नागपुर जिले में महावितरण के 41 सब-सेंटरों से 5 किमी तक और रोड से सटी जमीनों की महावितरण को जरूरत है. कंपनी द्वारा इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की गई है.

बताया गया कि राज्यभर में जिन गांवों में गावठान व कृषि बिजली लाइन अलग-अलग हो गई है, ऐसी 3,000 लाइनों का इस योजना के माध्यम से सौर ऊर्जाकरण किया जाएगा जिसके लिए 15,000 एकड़ जमीन की जरूरत है. इसमें 4,000 मेगावाट बिजली तैयार होगी. निजी जमीनों को महावितरण किराये पर लेगी. उस वर्ष रजिस्ट्री व मुद्रांक विभाग द्वारा उस जमीन की निर्धारित की गई कीमत के 6 प्रतिशत की दर या फिर प्रति वर्ष 75,000  रुपये हेक्टयेर, जो रकम अधिक होगी वह किराया निश्चित किया जाएगा. हर वर्ष 3 प्रतिशत किराया बढ़ाया जाएगा. 

जिले के इन गांवों में है जरूरत

महावितरण को नागपुर जिले में भिवापुर तहसील के जावली, कारगांव, चिकलापुर, कुही तहसील के पाचखेडा, अंभोरा, डोंगरगांव, अदम, चाफेगडी, उमरेड के सिरसी, पाचगांव, उमरेड, कलमेश्वर तहसील के कलमेश्वर शहर, कोल्ही, मोहपा (गडबर्डी), तलेगांव, धापेवाड़ा, गोंडखैरी, पारशिवनी तहसील के पारशिवनी, नवेगांव, सावनेर तहसील के सावनेर, नांदा, खापा, चारगांव में जमीन की जरूरत है. वहीं मौदा तहसील में चिरवा, खात, अरोली, रामटेक में नगरधन, रामटेक, काटोल में पारडसिंगा, मसोद, कचरीसावंगा, मूर्ती, कोंढाली, येनवा, कामठी के ड्रैगनपैलेस, गुमटाला, नरखेड़ के न्यू बारासिंगी, मोवाड़, लोहारीसावंगा, वड़विहारा (उमठा) में जमीन की जरूरत है. योजना का लाभ उठाने की अपील महावितरण ने की है.