Hospital

  • बीमा अस्पताल: स्थापना के 50 वर्ष कर रहा पूरे
  • 200 बेड की व्यवस्था
  • 18 सेंकडरी केयर सेंटर कार्यरत

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नागपुर. विभाग के 3,56,570 पंजीकृत कामगारों के स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले राज्य कामगार बीमा अस्पताल में कुल मंजूर 11 विशेषज्ञों में से 9 पद भरे गए हैं. जल्द ही सोनोग्राफी, ऐनेस्थिसिया, आप्थोलॉजी, पैथालॉजी विभागों में भी नई मशीनें आएगी. तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के भी पद भरे जा रहे हैं. इससे कामगार और उनके परिजनों को बेहतर सुविधा मिल सकेगा.

वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. मीना देशमुख ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि 28 दिसंबर को अस्पताल अपनी स्वास्थ्य सेवा के 50 वर्ष पूर्ण कर लेगा. कोरोना की वजह से स्वर्ण जयंती महोत्सव सादगी से मनाया जाएगा. 200 बिस्तरों वाले विदर्भ के एकमात्र बीमा अस्पताल का संचालन राज्य कामगार बीमा सोसाइटी के अंतर्गत किया जा रहा है.

मरीजों को मिलने वाली सुविधा में दिक्कतें न हो, इसके लिए गट -क और गट-ड संवर्ग के खाली पद भरने के लिए आयुक्त कार्यालय ने ठेकेदारी पद्धति पर पद भरने की मंजूरी दी. अब तक खाली पड़े 9 विशेषज्ञों के पद भरे जा चुके है. बचे हुए 2 पदों के लिए जनवरी में प्रक्रिया की जाएगी. वैद्यकीय प्रशासन अधिकारी कार्यालाय के अंतर्गत पहले 22 और अब 18 सेंकडरी मेडिकल केयर सेंटर कार्यरत है. अतिविशिष्ट उपचार के लिए ईएसआईसी द्वारा निजी अस्पतालों से भी अनुबंध किया गया है. 

पद भर्ती की प्रक्रिया जारी

वर्तमान में 2,1000 रुपए मासिक वेतन वाले कर्मचारी उपचार के दायरे में आते हैं. अस्पताल को हाल में एक एेबुलेंस मिली है. वहीं ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या भी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. महीने में 6-7 सीजर डिलीवरी की जा रही है. वर्तमान में 4 वार्ड उपलब्ध है. जिनमें मरीजों को भर्ती किया जाता है. अस्पताल में कुल 332 पद मंजूर है, लेकिन इनमें से 187 पद खाली है. भर्ती की प्रक्रिया जारी है. कुछ ही दिनों बाद अस्पताल में समूचित उपचार सेवा मिल सकेगी. 

सरकार ने 2018 में राज्य कामगार बीमा योजना का रूपांतर राज्य कामगार बीमा सोसाइटी में किया. इससे कामगारों को उपचार जल्दी और आसानी से मिलने लगा है. ईएसआईसी द्वारा जमा होने वाली निधि सोसाइटी में सीधे आने से आधुनिक वैद्यकीय उपचार और उपकरणों की उपलब्धता सुलभ हो सकी है. 

– डॉ मीना देशमुख, वैद्यकीय अधीक्षक.