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  • 15 अप्रैल तक चलेंगी परीक्षाएं 
  • 13 मई से शिक्षकों को लगेंगी छुट्टियां 
  • 08 तक सभी छात्र होंगे पास 

नागपुर. बोर्ड की परीक्षा के बाद अनेक छात्र रिलैक्स मूड में आ गए हैं. प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने वाले जुटे हुए हैं, जबकि आर्ट और कॉमर्स में जाने वाले अब परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं. इस बीच स्कूलों में 5वीं से 11वीं तक की परीक्षाएं आरंभ हो गई हैं. यह परीक्षाएं अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक चलेंगी, जबकि पहली से 5वीं तक की परीक्षाएं अप्रैल के पहले सप्ताह में निपटा ली जाएंगी.  

बोर्ड की परीक्षाएं खत्म होने के बाद अब शिक्षकों का असली टेंशन पहली से 11वीं तक की परीक्षाएं लेना है. 10वीं व 12वीं के परिणाम की जिम्मेदारी बोर्ड की होती है, जबकि स्कूल की परीक्षा की जिम्मेदारी वहां के शिक्षकों की होती है. यही वजह है कि इन परीक्षाओं का भार अधिक होता है. पिछले 2 दिन के भीतर अधिकांश स्कूलों में पहले चरण की मौखिक परीक्षा ली गई. कुछ स्कूलों में माह के अंत तक मौखिक परीक्षाएं ली जाएंगी. मौखिक परीक्षाओं के बाद लिखित परीक्षा शुरू हो जाएगी. सिटी के कुछ स्कूलों में मंगलवार से ही 5वीं से 11वीं तक के छात्रों की लिखित परीक्षा शुरू हो गई है. यह परीक्षाएं 15 अप्रैल तक चलेंगी. परीक्षा के बाद छात्रों को छुट्टी लग जाएगी लेकिन बोर्ड में जाने वाले यानी 10वीं और 12वीं के छात्रों की अतिरिक्त क्लासेस 30 अप्रैल तक चलेंगी. हालांकि यह स्कूलों के लिए अनिवार्य नहीं है लेकिन बोर्ड के पाठ्यक्रम का बोझ हल्का करने के लिए अधिकांश स्कूल इस तरह का नियोजन करते हैं. 

CBSE स्कूलों में भी इम्तहान का दौर

परीक्षा के साथ ही स्कूलों में मूल्यांकन का भी कार्य आरंभ हो जाएगा. लगभग सभी स्कूलों में मई के प्रथम व दूसरे सप्ताह में परिणाम घोषित हो जाएगा. पश्चात 13 मई से शिक्षकों को छुट्टी लग जाएगी, जबकि नॉन टीचिंग स्टाफ की नियमित ड्यूटी जारी रहेगी. आरटीई एक्ट के अनुसार पहली से 8वीं तक के छात्रों की भले ही परीक्षा ली जाती हो लेकिन उन्हें अनुत्तीर्ण नहीं किया जाता. इसके लिए छात्रों को भी आवश्यक है कि दूसरे सत्र की परीक्षा में 41 फीसदी से अधिक अंक हासिल करें.

अधिकांश छात्र दोनों सत्र मिलाकर पासिंग मार्क्स हासिल कर ही लेते हैं. इस बार बोर्ड परीक्षा का नियोजन समय पर होने के कारण 5वीं से 11वीं तक की परीक्षाओं के लिए पर्याप्त समय मिल गया है. साथ ही छात्रों को गर्मी से भी राहत मिल जाएगी. स्टेट बोर्ड की तरह ही सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में भी परीक्षाओं का दौर शुरू हो गया है. गर्मी के मद्देनजर अनेक स्कूलों ने दोपहर की शिफ्ट को सुबह की शिफ्ट में तब्दील कर दिया है.