File
File

    Loading

    नागपुर. पाचवीं के सभी विद्यार्थियों को नवोदय विद्यालय की परीक्षा में शामिल करने का निर्णय जिला शिक्षा विभाग ने लिया है. आजादी के अमृत महोत्सव उपक्रम के अंतर्गत जिले के कक्षा 5वीं के सभी विद्यार्थियों को नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल करने के संदर्भ में एक पत्र सोमवार को जारी हुआ है. उक्त विषय का नियोजन 20 अक्टूबर तक कर उसमी एक प्रति शिक्षाधिकारी को पेश करें. 

    शुरू हुआ विरोध

    उक्त निर्णय का विरोध अभी से शुरू हो गया है. जिले के पारशिवनी तहसील में  नवेगांव  में नवोदय विद्यालय है. यहां पर 6वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं. उक्त विद्यालय में ग्रामीण क्षेत्र के 75 तथा शहरी क्षेत्र के 25 प्रतिशत विद्यार्थियों को परीक्षा पास करने पर गुणवत्ता सूची के अनुसार प्रवेश दिया जाता है. इस वर्ष लगभग 7500 विद्यार्थियों ने नाम दर्ज कराया था. देश प्रत्येक जिले में ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों के लिए नवोदय विद्यालय की स्थापना की गई है. 

    क्या पालक होंगे तैयार

    कोरोना महामारी के कारण पिछले 18 माह से शालाएं बंद हैं. ग्रामीण क्षेत्र की कक्षा 5वीं से 12वीं की कक्षाएं 4 अक्टूबर से शुरू हुई हैं. शहरों में 5वीं से 7वीं की शालाएं अभी शुरू नहीं हुई हैं. कोरोना महामारी की तीसरी लहर विद्यार्थियों खतरनाक साबित हो सकती है. ऐसी स्थिति में पालक नवोदय परीक्षा में विद्यार्थियों को भेजने के लिए तैयार होंगे क्या ऐसा सवाल उपस्थित हुआ है. इसके अलावा पिछले डेढ़ वर्षों से शालाएं बंद होने से विद्यार्थियों से परीक्षा की तैयारी करवाना शिक्षकों के लिए सिरदर्द साबित होनेवाली है.

    शिक्षकों पर लगाई सख्ती वापस लें

    नवोदय परीक्षा में जिले के 5वीं के सभी विद्यार्थियों को प्रविष्ठ करने का भले ही विरोध हो रहा हो, मगर सभी विद्यार्थियों के आवेदन भरने के लिए लगाई गई सख्ती वापस लेने की मांग शिक्षाधिकारी माध्यमिक व प्राथमिक से महाराष्ट्र माध्यमिक शिक्षक महासंघ की ओर से निवेदन देकर की गई है. इस अवसर पर महासंघ के मार्गदर्शक पुरुषोत्तम पंचभाई, राज्य सचिव बाला आगलावे, जिलाध्यक्ष सुनील चौधरी, सचिव अब्दुल कौसर, कोषाध्यक्ष जयप्रकाश तवले, यशवंत जनबंधू उपस्थित थे.