Crime

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    नागपुर. करीब डेढ़ महीने पहले शुक्रवारी तालाब में मिली युवक की लाश के मामले में गणेशपेठ पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया. मृतक रामबाग निवासी मनीष भीमराव वासनिक (35) बताया गया, जबकि आरोपी सावित्रीबाई फुलेनगर, अजनी निवासी संतोष देवराव रामटेके (30) है.

    जानकारी के अनुसार, 12 अक्टूबर को रात करीब 1.15 बजे मनीष ने शुक्रवारी तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. 3 दिन बाद उसकी लाश मिली. वह ऑटो चलाता था और शराब पीने का आदी था. तब पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. जांच के दौरान पता चला कि घटना के एक दिन पहले शराब के नशे में मनीष ऑटो लेकर गणेशपेठ बस स्टैंड परिसर में था. वहां संतोष के साथ उसका झगड़ा हुआ. संतोष ने उसे पुलिस केस में फंसाने की धमकी दी.

    लोगों के सामने उससे गालीगलौज की और वहां से भगा दिया. मनीष ने इसे अपना अपमान समझा और घर आकर सो गया. अगले दिन सुबह उसने मां को सारी बात बताई और कहा कि उसके लिए यह अपमान सहना मुश्किल है. वह मर जाना चाहता है. मनीष की मां ने उसे समझाया. उसने अपनी मां से 50 रुपये मांगे और घर से बाहर गया लेकिन देर रात तक वापस नहीं आया. इसके बाद उसकी पत्नी ने गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया.

    3 दिन बाद शुक्रवारी तालाब में लाश मिली. मां और पत्नी दोनों ने पुलिस को बयान दिया गया कि घटना के एक दिन पहले संतोष ने मनीष का अपमान किया था और इसी सदमे में उसने आत्महत्या कर ली. बयान की जांच करने पर बात सही निकली. ऐसे में पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु के मामले को आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में बदल दिया. जांच जारी है.