
नागपुर. कभी युवाओं का सेल्फी पॉइंट रहे मनीषनगर के अंडर ब्रिज की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. बुधवार को दोपहर इस अंडर ब्रिज के अंदर खामला निवासी दो युवकों की बाइक फिसल गई. गनीमत यह रही कि उस समय कोई बड़ा वाहन मौके से नहीं गुजरा वरना बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी.
बाइक फिसलने की मुख्य वजह ब्रिज के अंदर गटर के गंदे पानी और कीचड़ का जमा होना था. हालांकि शाम तक पानी की निकासी कर दी गई. लेकिन किनारों पर बनी नालियां चौक होने से वाहन चालक परेशान रहे. स्थानीय लोगों के अनुसार इस ब्रिज के अंदर लगातार साफ-सफाई नहीं की जाती है. जिसके कारण हवा के माध्यम से उड़कर आया कचरा ब्रिज के अंदर बनी नालियों में जमा हो जाता है. ब्रिज के अंदर से अंडर ग्राउंड गुजरी पाइप लाइन से गंदा पानी भरने से यहां हालात खराब हो जाते हैं.
इस गंदगी के विरुद्ध लोगों ने पूर्व में भी अपनी शिकायत शहर प्रशासन को दर्ज कराई थी लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस मामले पर कार्रवाई नहीं की. इसी कारण आए दिन ब्रिज के अंदर गंदा पानी जमा होता है. कीचड़ के कारण बाइक फिसलने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
हो रहा है अंधेरा
ब्रिज के अंदर उजाले के लिए दो लाइनों में एलईडी लाइट लगी हैं. लेकिन देखरेख के अभाव में ये लाइटें धीरे-धीरे खराब हो रही हैं. वर्धा रोड से जब मनीषनगर अंडर ब्रिज में दाखिल होते हैं तो खराब एलईडी लाइट की हालत खुद-ब-खुद दिखने लगती है. पर्याप्त उजाला न होने से वाहन चालक भी परेशान हो रहे हैं. आमजन की शिकायत पर नवभारत ने पूर्व में भी इस समस्या को उठाया था. जिसके बाद अधिकारियों ने ब्रिज का निरीक्षण जरूर किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. जिससे एलईडी लाइट की एक लाइन पूरी तरह से बंद हो गई है.
देखरेख करना जरूरी
मनीषनगर अंडर ब्रिज शहर का महत्वपूर्ण ब्रिज है. हर दिन यहां से हजारों वाहनों का आवागमन होता है. यह क्रम देर रात तक चलता है. इसलिए इसके अंदर लाइट व्यवस्था पूर्णरूप से होनी चाहिए. अंधेरे से कभी भी दुर्घटना हो सकती है. बीते दो माह पूर्व तीन से चार एलईडी लाइट खराब थी जबकि अब इसकी संख्या बढ़कर दो दर्जन से अधिक हो गई है. सफाई पर भी कुछ खास फोकस नहीं है. लोगों का कहना है कि शहर प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश देना चाहिए.