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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    नागपुर. ग्राहकों द्वारा गिरवी रखे गए सोने के जेवरात की बोगस रसीद बनाकर कर्मचारियों ने ही एक सराफा व्यापारी को 44 लाख रुपये की चपत लगा दी. प्रतापनगर पुलिस ने संभाजी चौक पर स्थित भांडारकर ज्वेलर्स के मालिक श्रीकांत मनोहरराव भांडारकर (50) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है.

    आरोपियों में साईंनाथनगर, भामटी निवासी आशीष राजेंद्र घाड़गे (32) और एकात्मतानगर निवासी साहिल श्रावण नाईक (24) का समावेश है. दोनों आरोपी भांडारकर की दूकान पर काम करते थे. 28 फरवरी से 9 अक्टूबर 2022 के बीच उन्होंने ग्राहकों द्वारा गिरवी रखे गए जेवर की बोगस रसीद दी. ग्राहकों से ब्याज सहित रकम भी लेते रहे. गिरवी रखा सोना ग्राहक छुड़ा रहे थे लेकिन उसकी रकम दूकान के खाते में नहीं दिख रही थी, इसीलिए भांडारकर को संदेह हुआ.

    जांच करने पर पता चला कि आशीष और साहिल ने 26 ग्राहकों को गहने गिरवी रखने की रसीद दी थी. दूकान की तरह ही आरोपियों ने बोगस स्टैंप भी बनवाया था. 8 महीने के भीतर आरोपियों ने 44 लाख रुपये का गबन कर लिया. पूछताछ करने पर दोनों ने काम छोड़ दिया. श्रीकांत ने प्रकरण की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गुरुवार को उन्हें न्यायालय में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.