Fir
File - Photo

    Loading

    नागपुर. अजनी के चर्चित मोहम्मद समद उर्फ समद पहलवान की संपत्ति को लेकर कई वर्षों से विवाद चल रहा है. समद की मौत के बाद कई लोगों ने उनकी जमीनों पर अपना दावा किया. समद के भतीजे ने उके बंधु सहित 3 लोगों पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए समद की संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया है. पुलिस ने तीनों के खिलाफ विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया. आरोपियों में जयभीमनगर निवासी खैरूनिसा शेख हकीम, पार्वतीनगर निवासी प्रदीप महादेवराव उके और सतीश महादेवराव उके का समावेश है.

    समद के भतीजे जय गुरुदेवनगर निवासी मोहम्मद जफर मोहम्मद कमर की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. जफर के अनुसार उनके दादा मोहम्मद इसाक रेलवे में हेड मैकेनिक थे. उन्होंने फातिमा बी के साथ पहला निकाह किया था. फातिमा से उन्हें 6 बेटे और बेटियां हैं. इसके बाद उन्होंने बतुलबी से विवाह किया और उनके एकलौते बेटे समद थे. समद की बेसा और बेलतरोड़ी परिसर में काफी जमीनें थीं. अगस्त 2006 में समद को बेसा रोड पर मार दिया गया. खैरूनिसा और उके बंधुओं को पता था कि समद की बेसा के रेवतीनगर में बड़ी जमीनें हैं. 

    फर्जी निकाहनामा किया पेश

    तीनों ने मिलकर जमीनों पर दावे किए और समद के परिवार को कोर्ट में घसीटा. समद के सगे वारिसदार होने के बावजूद दीवानी न्यायालय में कॉम्प्रमाइज डीड तैयार करके जमीन के 4 अलग-अलग करारनामे पेश किए. खैरूनिसा ने समद की मौत के बाद झूठा निकाहनामा तैयार किया जिसमें यह बताया गया कि 10 अक्टूबर 2004 को दोनों ने निकाह किया था. हिंगना पुलिस और कोर्ट के समक्ष फर्जी निकाहनामा पेश किया गया.

    जांच करने पर वह निकाहनामा फर्जी होने का पता चला. जिस हॉल में शादी की गई थी उस हॉल के मालिक ने बताया कि उस दिन हॉल खाली था. उके बंधुओं के साथ मिलकर खैरूनिसा ने कई फर्जी दस्तावेज बनाकर उनकी संपत्ति हड़पने का प्रयास किया. समद के वारिस होने के बावजूद उन्हें संपत्ति से वंचित रखा गया. अजनी पुलिस ने तीनों के खिलाफ विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.