नागपुर. निकिता चौधरी की आत्महत्या के मामले में अब वाड़ी पुलिस ने उसके ब्वॉयफ्रेंड के खिलाफ मामला दर्ज किया. पुलिस ने साफ कर दिया कि यह हत्या नहीं बल्कि आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला है. आरोपी संत तुकड़ोजीनगर निवासी राहुल मनोहर बांगरे (24) बताया गया. पिछले 3 वर्षों से 23 वर्षीय निकिता की राहुल से दोस्ती थी.
पुलिस के अनुसार विगत 16 मार्च को निकिता खामला स्थित अपने कार्यालय से निकली थी. अक्षय नामक दोस्त के जरिए उसने पडोले अस्पताल चौक के समीप स्थित पेट्रोल पंप से 100 रुपये का डीजल खरीदा था. बाद में सुराबर्डी रोड पर म्हाडा कॉलोनी परिसर में खुद को जलाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की. जिससे यह पता चला कि निकिता का ब्वॉयफ्रेंड राहुल उसे काफी दिनों से परेशान कर रहा था.
निकिता ने अपनी सहेली के साथ वाट्सएप चैटिंग में कुछ बात कही थी. जिसमें उसने राहुल द्वारा प्रताड़ित किए जाने का उल्लेख किया था. उसने बताया था कि राहुल अपने मतलब के लिए उसके साथ प्यार से रहता है. बाद में उसके साथ रास्ते पर गालीगलौज करता है.
कई बार वह उसके ऊपर हाथ भी उठा चुका है. इस चैटिंग में निकिता ने लिखा था कि राहुल इस तरह परेशान करता है कि जी चाहता है आत्महत्या कर लूं. तथ्यों की जांच करने के बाद अब वाड़ी पुलिस ने राहुल के खिलाफ धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया. गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश किया गया. अदालत ने उसे 28 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए.
परिजन बोल रहे हत्या हुई
निकिता के परिजन अब भी इसे आत्महत्या का मामला मानने से इनकार कर रहे हैं. भाई आशीष का कहना है कि पुलिस ने राहुल को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन निकिता की मौत के लिए वह अकेला जिम्मेदार नहीं है. पहली बात तो निकिता ने आत्महत्या ही नहीं की. पुलिस केवल कुछ मुद्दों की जांच कर उसे आत्महत्या बता रही है लेकिन जिन हालत में निकिता का शव मिला वह आत्महत्या हो ही नहीं सकती.
यदि निकिता को आत्महत्या ही करनी थी तो वह सुराबर्डी क्यों जाएगी. इतने दूर जाकर वह खुद को क्यों जलाएगी. उसे डीजल लेकर देने वाले दोस्त से भी सख्त पूछताछ होनी चाहिए. जिसे डीजल की जरूरत ही नहीं उसे कोई डीजल खरीदकर क्यों देगा. कई पहलू है जिन पर पुलिस ने ध्यान नहीं दिया है. निकिता के साथ कुछ अनुचित हुआ है लेकिन पुलिस अपनी साख बचा रही है.