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नागपुर. हिंगना में एमआईडीसी के सोनेगांव निपानी परिसर में स्थित कटारिया एग्रो प्रा. लि. कंपनी में लगी आग को 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत गया लेकिन प्रशासन अब तक आग लगने का कारण पता नहीं लगा पाया है. 

सोमवार को हुए इस अग्निकांड में चंद्रमणि चौक, वाड़ी निवासी हेमराज चंदूसिंह आरमो (42), भीमनगर एमआईडीसी निवासी आदेश अशोक दहीवले (32) और घंसौर सिवनी निवासी अनुरोध सुखदेव मड़ावी (20) की मौत हो गई थी. तीनों इस कदर जल गए थे कि चहेरा पहचानना भी मुश्किल हो गया था. मंगलवार को पोस्टमार्टम के समय पुलिस ने परिजनों से शवों की शिनाख्त करवाई. परिजनों ने चेहरे और हुलिये से तीनों को पहचान लिया. पंचनामा कर पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिए. 

सिलेंडरों को नुकसान नहीं

आग लगने के बाद एमआईडीसी के अग्निशमन विभाग ने पूरे परिसर की जांच की. जिस जगह आग लगी वहां एक एलीपीजी और अन्य सिलेंडर रखा हुआ था लेकिन दोनों ही सिलेंडरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. ऐसे में आग लगने के बाद विस्फोट कहां और कैसे हुआ यह पता नहीं चला है. विस्फोट की तीव्रता इतनी थी कि आसपास रहने वाले कुछ लोगों के घरों की खिड़की के कांच टूट गए. इस संबंध में एमआईडीसी के अग्निशमन अधिकारी आनंद परब ने बताया कि प्रकरण की जांच औद्योगिक सुरक्षा व स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा की जाएगी. हादसे में जख्मी हुए मजदूरों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. उनसे संपर्क नहीं हो पाया है.

वे ही घटना की सही जानकारी दे पाएंगे. एक मजदूर के भीतर फंसे होने की बात कही जा रही थी लेकिन हादसे के बाद वह पिछली तरफ से बचकर निकल गया था. एमआईडीसी के थानेदार भीमा नरके ने बताया कि पुलिस ने पंचनामा कर आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है. संबंधित विभागों द्वारा जांच की जाएगी. उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी.