Maharashtra

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    नागपुर. वसूली के विवाद में शुक्रवार को किन्नरों के 2 गुट आपस में भिड़ गए. दोनों गुटों के बीच जमकर मारपीट भी हुई. कुछ अपनी जान बचाने के लिए लकड़गंज थाने की ओर भागे. बाद में दूसरा गुट भी थाने में आ गया और बाहर काफी देर तक ड्रामेबाजी चलती रही. हंगामे की वजह से परिसर में लोगों की भीड़ लगी रही.

    लोगों से पैसे मांगकर किन्नर अपना उदर निर्वाह करते हैं. वसूली के लिए किन्नरों के गुट ने अपना-अपना एरिया बांट रखा है. सभी अपने-अपने क्षेत्र में ही लोगों से पैसे मांगते हैं. एक दूसरे से क्षेत्र में वसूली नहीं करते. लेकिन शुक्रवार की सुबह मोतीबाग और हंसापुरी के किन्नरों के गुट के बीच वसूली को लेकर विवाद हो गया. मोतीबाग के किन्नर ट्रेनों में वसूली करते हैं लेकिन आरपीएफ द्वारा कार्रवाई करने और ट्रेन में वसूली पर रोक लगाने के बाद वे हंसापुरी गुट के किन्नरों के क्षेत्र में वसूली के लिए निकले थे. इसकी जानकारी हंसापुरी वाले गुट को मिली. कुछ किन्नर मौके पर पहुंचे. 

    वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंचे

    पहले यादवनगर और बाद में मारवाड़ी चौक में उनका पीछा किया. एक गुट में 5 किन्नर थे जो लोगों से पैसे मांग कर रहे थे, जबकि उनका पीछा करने वाले किन्नरों की संख्या अधिक थी. करीब 50 से अधिक किन्नर सड़क पर दिखाई देने से लोग भी चकित हो गए. अधिक संख्या देखकर मोतीबाग वाले किन्नर भागने लगे. लेकिन पीछा कर रहे किन्नरों ने उन्हें दबोच लिया. उनके साथ जमकर मारपीट की. उनके चंगुल से बचकर वे लकड़गंज थाने की ओर भागे. पुलिस द्वारा मध्यस्थता करने के बाद विवाद शांत हुआ लेकिन घटना की जानकारी मिलते ही दोनों गुटों के और किन्नर भी पहुंच गए. किन्नरों के हंगामे को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. तनाव बढ़ने के बाद पुलिस ने जख्मी हुए किन्नरों से पूछताछ की. बाद में उन्हें वैद्यकीय जांच के लिए अस्पताल में भेजा गया. घटना की जानकारी मिलते ही सह पुलिस आयुक्त दोरजे, पुलिस उपायुक्त गजानन राजमाने थाने पहुंचे. वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक पोटे ने वरिष्ठों के आदेश के अनुसार कार्रवाई की. 

    क्षेत्र के बंटवारे को लेकर अक्सर होता है विवाद 

    वर्तमान में ट्रेनों से लेकर बाजार, चौराहों पर वसूली करने वाले किन्नरों की तादाद बढ़ गई है. अधिक वसूली के लालच में ही एक दूसरे के क्षेत्र में कब्जा कर रहे हैं. विवाह समारोह हो या फिर अन्य कोई भी आयोजन, किन्नर पहुंच जाते हैं. अपनी मनमर्जी के हिसाब से लोगों से शगुन मांगते हैं. यदि कम पैसे मिले तो अश्लीलता पर उतर आते हैं. बताया जाता है कि क्षेत्र में कब्जे को लेकर किन्नरों के बीच हमेशा विवाद की स्थिति निर्माण होती है. कई बार यही विवाद खूनखराबे तक पहुंच जाता है.