Eknath Shinde for Expressway

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    • एक-एक इंच से वाकिफ हैं CM
    • कई बार कर चुके हैं दौरा
    • जल्द मिल सकती है नई डेट

    नागपुर. एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने से समृद्धि के खुलने की संभावना काफी बढ़ गई है. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इसमें पूरा साथ निभाएंगे क्योंकि यह प्रोजेक्ट उनका भी सपना रहा है. शहरी विकास मंत्री रहते हुए शिंदे ने समृद्धि का कई बार दौरा किया है और कई तारीखे भी दे चुके हैं. उन्हें समृद्धि के कण-कण की जानकारी हैं और वे जानते हैं कि इसे शुरू करना कितना महत्वपूर्ण है. मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए उन्होंने समृद्धि को जल्द चालू करने का संकेत भी दे दिया है. 

    500 किलोमीटर का पहला चरण

    701 किलोमीटर के पूर्ण प्रोजेक्ट में से 500 किलोमीटर का पैच लगभग तैयार हो चुका है. 500 किलोमीटर मार्ग खुलने का सीधा मतलब यह है कि लोग यहां से शिर्डी तक समृद्धि से आ-जा सकेंगे. एकनाथ शिंदे ने पहले जनवरी, फिर मार्च में इसे शुरू करने का आश्वासन दिया था. इसके बाद 2 मई का मुहूर्त भी निकल चुका था लेकिन निर्माण कार्य के ढह जाने के बाद उसे टाल दिया गया है. 

    15 अगस्त को खुले महामार्ग

    क्षेत्र की जनता की अपेक्षा है कि कम से कम अब 15 अगस्त तक इस महामार्ग को खोल दिया जाना चाहिए. नागपुर से शिर्डी के बीच अब और कोई रोड़ा भी नहीं बचा है. जो कुछ भी कमियां थीं, उन्हें दूर कर दिया गया है. कुछ दिन पूर्व ही प्रबंध निदेशक ने भी इस ओर इशारा किया था कि सारे काम निपटा लिए गए हैं और अब महामार्ग को खोलने में विशेष परेशानी की बात नहीं है. साईं के भक्तों को इस महामार्ग के खुलने का बेसब्री से इंतजार है. वे पिछले एक वर्ष से इंतजार में हैं. शिंदे को भी इसका एहसास है कि लोग किस तरह महामार्ग के लिए इंतजार कर रहे हैं. उनके हर दौरे के दौरान लोगों की अपेक्षाएं बढ़ जाती थीं. चूंकि पूरा का पूरा मामला वे खुद देख रहे थे, इसलिए उनसे बेहतर आकलन और कोई नहीं कर सकता है. 

    खुद दी थी दिसंबर की डेडलाइन

    निर्माण का जायजा लेने के बाद शिंदे ने खुद 31 दिसंबर तक कार्य पूर्ण होने और प्रथम चरण के चालू होने की डेडलाइन दी थी. उन्होंने कहा  था कि सरकार ने महामार्ग को 3 चरणों में खोलने की योजना तैयार की है. अप्रैल 2022 तक पहला फेस और वर्ष के अंत तक पूरा मार्ग खोला जाएगा. पहले चरण के तहत 520 किमी लंबे हाईवे को खोला जाएगा. 520 किमी का यह मार्ग नागपुर से शिर्डी तक का होगा. दूसरे चरण में 623 किमी हाईवे को खोला जाएगा. यह नागपुर से इगतपुरी तक होगा. अंत में पूरे 701 किमी लंबा हाईवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी.

    खुद की बिजली

    हाईवे के इंटरचेंज के करीब 35 से 40 हेक्टेयर जमीन पर सोलर पावर प्रोजेक्ट लगाने की योजना तैयार की गई है. 7 इंटरचेंज के करीब सोलर पैनल लगाने की योजना है. रोजाना करीब 161 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा. 

    45,000 करोड़ के कार्य पूरे

    महामार्ग का निर्माण कार्य पूरी तेजी से जारी है. कई जगहों पर फिशिंग टच दिया जा रहा है. शिर्डी तक के लिए सरकार जब चाहे निर्णय ले सकती है. 55,000 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर अब तक 45,000 रुपये खर्च हो चुके हैं. विदर्भ के अधिकांश हिस्सों में काम हो चुका है. जहां कहीं बचा है उसे युद्ध स्तर पर किया जा रहा है.