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नागपुर. आगामी लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट पर नया, अनुभवी, शिक्षित व सक्षम उम्मीदवार को मैदान में उतारने की मांग जोर पकड़ रही है. 3 दिन पूर्व मुंबई में प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले की अध्यक्षता में 2024 के लोस चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में समीक्षा बैठक हुई जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, पक्षनेता बाला थोरात, पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुत्तेमवार, आशीष दुवा व सोनल पटेल, प्रदेश कार्याध्यक्ष कुणाल पाटिल, बसवराज पाटिल, युकां प्रदेश अध्यक्ष कुणाल राऊत सहित पदाधिकारी उपस्थित थे.

बैठक में नागपुर के पदाधिकारियों ने स्थानीय राजनीतिक हालातों की जानकारी की. प्रदेश महासचिव संजय दुबे ने बीते स्थानीय स्वराज संस्थाओं व अन्य चुनावों में पार्टी को मिली सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि मतदाताओं के रुझान को देखते हुए कांग्रेस के लिए अनुकूल वातावरण है जिसका लाभ आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार को मिल सकता है.

कांग्रेस का रहा है गढ़

नागपुर ही नहीं विदर्भ कांग्रेस का गढ़ रहा है. खासकर नागपुर में हिन्दी भाषी मतदाताओं की संख्या अधिक है और अगर यहां से पार्टी ने अनुभवी, शिक्षित, समाज कार्य से जुड़े सक्षम नये चेहरे को उम्मीदवारी दी तो कांग्रेस अपने गढ़ में वापसी कर सकती है. दुबे ने यह भी कहा कि सभी को साथ लेकर चलने वाले समर्थ व्यक्ति को पार्टी को उम्मीदवारी देनी चाहिए तभी भाजपा, आरएसएस के साथ ही नितिन गडकरी व देवेन्द्र फडणवीस के कब्जे से नागपुर सीट को कांग्रेस की झोली में लाया जा सकेगा.