सत्तापक्ष का भ्रष्टाचार, दूकानदार हुए बेरोजगार

  • युवक कांग्रेस ने किया जमकर प्रदर्शन

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नागपुर. गांधीसागर तालाब का सौंदर्यीकरण करने और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भले ही खाऊ गली को साकार करने का हरसंभव प्रयास किया गया हो, किंतु इसमें मनपा के सत्तापक्ष की ओर से भ्रष्टाचार किए जाने तथा दूकानदारों को बेरोजगार किए जाने का आरोप लगाते हुए सोमवार को युवक कांग्रेस की ओर से यहां जमकर प्रदर्शन किया गया.

युवक कांग्रेस के सचिव एवं पार्षद बंटी शेलके और शहर अध्यक्ष तौसिफ खान के मार्गदर्शन में हुए प्रदर्शन में भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. सागर चव्हान, नयन तरवटकर, स्वप्निल ढोके आदि उपस्थित थे. कार्यकर्ताओं ने कहा कि खाऊ गली का निर्माण करने के लिए जनता के टैक्स का करोड़ों रुपया खर्च किया गया. आनन-फानन में इसे शुरू कर अपनी पीठ भी थपथपा ली. किंतु कुछ ही दिनों में खाऊ गली बंद हो गई. जिससे किसी तरह पैसों का जुगाड़ कर खाऊ गली में दूकान लगानेवाले दूकानदार अब पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं.

भ्रष्टाचार की हो उच्च स्तरीय जांच

आंदोलनकर्ताओं का मानना था कि शुरूआत से ही खाऊ गली में दूकानदारों को सुविधाएं प्रदान नहीं की गई. हालांकि अधिकारियों की ओर से सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन तो दिया गया. किंतु इसे कभी पूरा नहीं किया गया. यहां तक कि नियमित रूप से यहां असामाजिक तत्वों का आतंक बना रहा है. कई वर्षों तक खाऊ गली का निर्माण किया जाता रहा है. यहां तक कि पहले अलग तरीके के दूकानों को लगाने का निर्णय लिया गया था. जबकि बाद में पुन: फैसला बदला गया. जिस पर अलग से खर्च किया गया.

शुरूआत से ही योजना संदेह के घेरे में रही है. जिससे इसमें हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी कार्यकर्ताओं ने की. वसीम शेख, अभय रणदिवे, हेमंत कातुरे, अतुल मेश्राम, शोएब खान, कुणाल खड्गी, शोएब अंसारी, आयुष राऊत, प्रणय शिंदे, मुकुल दशमुख, रोहन कुलकर्णी, सार्थक चिचमलकर, आदित्य वैद्य, पराग तरार, अमोल पाटिल, माधव जुगल, शुभम खोते, शिशिर सावले, मुबाशिर अहमद, इमरान खान, फरदीन खान, शुभम जगताप, साहिल थोटे, वृषभ हजारे आदि शामिल थे.

महापौर ने भी जताया खेद

महापौर पद का इस्तीफा देने से पूर्व जोशी ने कहा कि अपने कार्यकाल में अथक प्रयास कर खाऊ गली को शुरू किया गया, किंतु वर्तमान में खाऊ गली की स्थिति ज्यों की त्यों हो गई है. जो खेदजनक है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस तरह के प्रकल्पों पर ध्यान देना चाहिए.