
- 15,000 डोज गुरुवार को हुए उपलब्ध
नागपुर. कोरोना की तीसरी लहर कमजोर होते ही महानगरपालिका का स्वास्थ्य विभाग भी ठंडा पड़ने लगा है. इसका जीता जागता उदाहरण यह है कि विशेष रूप से 15 से 18 वर्ष की उम्र के युवाओं को कोवैक्सीन का टीका देने का अभियान जोर-शोर से तो शुरू किया गया किंतु महानगरपालिका के वैक्सीनेशन सेंटर्स पर गत 17 दिनों से कोवैक्सीन के डोज ही उपलब्ध नहीं है.
गुरुवार की शाम मनपा को 15,000 डोज उपलब्ध होने के कारण अब शुक्रवार को कोवैक्सीन का टीका भी लगने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की गई. वैक्सीनेशन अभियान को लेकर गंभीरता खत्म होने के कारण ही लंबे समय तक कोवैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के बावजूद इसे नजरअंदाज किए जाने की जानकारी सूत्रों ने दी.
कोविशील्ड के भरोसे चल रहा अभियान
सूत्रों के अनुसार कोरोना के प्रकोप से कुछ हद तक बचने के लिए वैक्सीनेशन को कारगर बताकर पहली लहर से ही अभियान शुरू किया गया. हालांकि शुरुआत में लोगों की ओर से इसमें रुचि नहीं दिखाई गई. यहां तक कि लंबे समय तक कोविशील्ड वैक्सीन की उपलब्धता में निरंतरता नहीं होने के कारण कई बार वैक्सीनेशन का अभियान बाधित भी रहा. इस दौरान कोवैक्सीन के भरोसे लंबे समय तक अभियान जारी रखा गया था. किंतु अब आलम यह है कि कोविशील्ड तो उपलब्ध है लेकिन कोवैक्सीन के लाले पड़ रहे हैं. गत 17 दिनों से मनपा का वैक्सीनेशन अभियान कोविशील्ड के भरोसे चलाया जा रहा है. बताया जाता है कि मनपा और राज्य सरकार के मिलाकर कुल 119 केंद्रों पर कोविशील्ड वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है.
दूसरे डोज के लिए भी इंतजार
सूत्रों के अनुसार कोवैक्सीन का टीका लगाने के एक माह बाद ही दूसरा टीका लगाने का विकल्प उपलब्ध होने के कारण कई लोगों द्वारा कोवैक्सीन लगाई गई. यहां तक कि तीसरी लहर की तीव्रता को देखते हुए 30 स्थायी केंद्रों पर 15 से 18 आयु वर्ग के युवाओं को कोवैक्सीन देने की स्थायी व्यवस्था की गई. इसके अलावा स्कूलों और कॉलेजों में भी जाकर कोवैक्सीन का पहला डोज दिया गया. किंतु इन युवाओं को दूसरे डोज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है. अब शुक्रवार को कोवैक्सीन का पहला और दूसरा डोज भी दिया जा सकेगा. इसके अलावा कोविशील्ड का टीका भी संबंधित सेंटर्स पर लगाया जाएगा.