
- 11 डिपो जिले में
- 50,000 ब्रास का स्टाक
नागपुर. रेत वितरण की नई नीति से रेत माफिया पर नकेल कसने वाली है. जिलाधिकारी विपिन इटनकर ने प्रेस परिषद में बताया कि ऑनलाइन रेत खरीदी के लिए नागरिक केवल आधार कार्ड जोड़कर अपनी मांग का पंजीयन करवा सकते हैं. जिले में 11 डिपो में 50,000 ब्रास रेत का स्टाक है. नागरिक सस्ती दर पर डिपो से रेत की खरीदी करें. रेत माफिया से अधिक दरों पर रेत खरीदने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने ऑनलाइन रेत खरीदी प्रक्रिया को कैसे पूरा करना है उसे प्रेजेंटेशन के माध्यम से समझाया. उन्होंने बताया कि बारिश के सीजन में भी रेत का पर्याप्त स्टाक उपलब्ध रहेगा. फिलहाल जिले की 4 तहसीलों के 11 डिपो में 35-35 हजार ब्रास रेत होने की जानकारी उन्होंने दी. 10 जून तक उत्खनन शुरू रहेगा तब 50,000 ब्रास रेती का स्टाक हो जाएगा जिसके चलते बारिश के समय भी रेत उपलब्ध होगा. सितंबर महीने में फिर ठेकेदारों के माध्यम से रेत उत्खनन शुरू किया जाएगा.
घर बैठ पंजीयन
जिन्हें रेत चाहिए वे सेतु केन्द्र, नेट कैफे, अपने मोबाइल से ही महाखनिज की वेबसाइट पर पंजीयन करवा सकते हैं. पैसे भी ऑनलाइन देना होगा जिसकी रसीद तत्काल ऑनलाइन ही मिलेगी. रसीद दिखाकर डिपो से रेत ले सकते हैं. प्रति परिवार एक महीने में 11 ब्रास रेत मिलेगी. अधिक रेत चाहिए तो अगले महीने फिर पंजीयन किया जा सकेगा. रेत चोरी करने का प्रयास किया तो कार्रवाई होगी.
प्रति ब्रास रेत 600 रुपये होगी लेकिन 10 प्रतिशत जिला खनिज प्रतिष्ठान निधि व 16.52 रुपये सुपरविजन चार्ज भी लिया जाएगा जिसके चलते प्रति ब्रास रेत के लिए 676.52 रुपये भुगतान करना होगा. आगामी 2 दिन केवल घरकुल के लिए ही रेत दी जाएगी. रेत का अतिरिक्त स्टाक करने कोई नहीं रख सकेगा. जिलेभर में और दूसरे राज्यों से आने वाली रेत पर निगरानी रखी जाएगी. बड़े पैमाने पर रेत लेने वालों के लिए सरकार के पास प्रस्ताव पेश करने की जानकारी इटनकर ने दी.