electronic bus ticket booking system

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    नागपुर. विस्फोटक और डिफेंस के विभिन्न उत्पादन तैयार करने वाले पर साइबर अटैक होने से सुरक्षा एजेंसियां सकते में आ गई है. बताया जाता है कि साइबर हैकरों के ब्लैक कैट नामक ग्रुप ने रैनसमवेयर के जरिए कंपनी का सर्वर हैक करके महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की है. कंपनी द्वारा मामले की शिकायत सिटी पुलिस से की गई थी. रक्षा विभाग से जुड़ा मामला होने के कारण काफी समय तक मंथन चलता रहा और आखिर केंद्रीय जांच ब्यूरो को जांच सौंपी गई है.

    कंपनी का कार्यालय रामदासपेठ परिसर में है. इसके अलावा बाजारगांव में बड़ा प्लांट है. कंपनी द्वारा डिटोनेटर, जिलेटिन सहित विविध प्रकार के एक्सप्लोसिव तैयार किए जाते है. रक्षा मंत्रालय द्वारा कंपनी को मल्टिमोड हैंड ग्रेनेड बनाने का कांट्रैक्ट भी दिया गया. बताया जाता है कि ब्लैक कैट नामक हैकरों के ग्रुप ने कंपनी का सर्वर और वेबसाइट हैक करके करीब 2 टीबी डाटा चोरी किया है. इसमें रक्षा क्षेत्र से जुड़े उत्पादनों के डिजाइन और अन्य जानकारी भी है.

    इसके साथ ही एक लिंक भी भेजी गई और उसे खोलने को कहा गया. कंपनी के अधिकारियों ने लिंक ओपन नहीं की तो हैकरों ने प्रोटोन मेल भेजा. इस मेल में 72 घंटे के पहले मेल में दी गई सभी जानकारी मान्य करने को कहा गया. हैकरों ने डार्क नेट पर इसकी पुष्टि भी की. कंपनी के आला अधिकारियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज करवाई गई.

    बताया जाता है कि पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया है. रक्षा उत्पादनों से जुड़ा मामला होने के कारण केंद्र के अधिकारियों ने भी सिटी पुलिस से चर्चा की. कुछ आला अधिकारी दिल्ली भी गए थे. रक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा के बाद संवेदनशील प्रकरण को देखते हुए जांच सीबीआई को सौंपे जाने की जानकारी है.