murder

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    नागपुर. नंदनवन थाना अंतर्गत न्यू नंदनवन निवासी 78 वर्षीय सेवानिवृत अधिकारी देवकी जीवनदास बोबडे की निर्मम हत्या के  50 घंटे से अधिक का समय बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. अभी तक आरोपी का कोई सुराग नहीं लगा है जबकि पुलिस 50 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है. इनमें देवकी के रिश्तेदारों के अलावा आस-पड़ोस के लोग भी शामिल है. उधर, मामले की गंभीरता को समझते हुए सोमवार को शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार स्वयं नंदनवन थाने पहुंचे और केस की जांच प्रगति का जायजा लिया. 

    1 घंटे तक ली केस रिपोर्ट

    सीनियर सिटीजन की इस जघन्य हत्या का खुलासा करना टेढ़ी खीर साबित हो रही है. ऐसे में थाने पहुंचे सीपी अमितेश कुमार ने करीब 1 घंटे तक पिछले 2 दिनों में हुई जांच का पूरी रिपोर्ट ली. इस दौरान क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त चिन्मय पंडित और जोन 4 के डीसीपी नुरुल हसन समेत सभी संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही. सीपी को बताया गया कि अभी तक 50 लोगों से पूछताछ की गई है. वहीं, इलाके और आसपास के सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग भी बारीकी से जांची जा रही है. हालांकि अभी तक किसी भी संदिग्ध व्यक्ति का पता नहीं चला है. ऐसे में सीपी ने पूछताछ किये गये 50 लोगों के बयान पढ़े और उनकी विस्तृत जानकारी हासिल की. 

    कई टीमें जांच में शामिल

    मिली जानकारी के अनुसार, जिस जघन्य तरीके से बिना कोई सबूत छोड़े देवकी की हत्या की गई, उससे यह मामला शहर पुलिस के लिए कड़ी चुनौती साबित हो रहा है. ऐसे में थाने और जोन के अलावा क्राइम ब्रांच समेत कई पुलिस टीमों को जांच में लगाया गया है. बोबडे दंपति की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. घर का सारा सामान सुरक्षित था. मौके पर लूटपाट जैसी कोई स्थिति नहीं थी. भले ही पहली नजर में यह संगीन वारदात किसी जान-पहचान वाले द्वारा की गई नजर आ रही हों लेकिन वह कौन है इसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा.