Nagpur ZP

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    नागपुर. बुधवार को हुई जिला परिषद की विशेष सभा में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के ही सदस्य नाना कंभाले द्वारा विपक्ष की भूमिका निभाई गई थी. उन्होंने सभी सदस्यों को नियमानुसार 10 दिन पूर्व सभा की सूचना नहीं दिए जाने का मुद्दा उठाते हुए सभा को रद्द करने की मांग की थी. उनकी मांग के समर्थन में विपक्ष भाजपा ने भी हंगामा शुरू कर दिया था. हंगामे के बीच ही सभापतियों को विभागों का वितरण का अधिकार अध्यक्ष मुक्ता कोकड्डे को देकर सभा मात्र 10 मिनट में निपटा दी गई थी.

    दूसरे दिन अध्यक्ष ने 3 सभापतियों को विभागों का वितरण करने का आदेश जारी कर दिया जिसमें उन्होंने उपाध्यक्ष कुंदा राऊत को पूर्व के उपाध्यक्षों की तरह ही बांधकाम और स्वास्थ्य समिति की जिम्मेदारी सौंपी है. विभाग नहीं मिलने के कारण करीब 15-20 दिनों से 3 सभापति कामकाज की शुरुआत नहीं कर पा रहे थे.

    कुसुंबे को तिजोरी की चाबी

    जेडपी की तिजोरी की चाबी की जिम्मेदारी राजकुमार कुसुंबे को सौंपी गई है. उन्हें वित्त व शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी अध्यक्ष ने दी है. वहीं राकां के प्रवीण जोध को कृषि व पशु संवर्धन विभाग दिया गया है. बताते चलें कि सभापतियों के चुनाव में महिला व बाल कल्याण विभाग समिति सभापति के रूप में अवंतिका लेकूरवाले चुनकर आई थीं. वे सदन में सत्तापक्ष नेता भी हैं.

    वहीं मिलिंद सुटे समाज कल्याण समिति सभापति चुनकर आए थे. सभापतियों को अब विभाग की जिम्मेदारी मिल जाने के बाद अब जिप में थमे हुए कामकाज शुरू होंगे. फिलहाल सभी पदाधिकारी व कांग्रेस के सारे सदस्य राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए 18 नवंबर को शेगांव रवाना होने वाले हैं. उनके लौटने के बाद जिप में हलचल नजर आने की संभावना है.