नागपुर. राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता छगन भुजबल द्वारा सरस्वती देवी के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह निर्माण करने के बाद इसी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हुई सरस्वती पूजा हिन्दू समाज की नाराजी का परिणाम है. यह मन से हुई पूजा नहीं, बल्कि पूरे राज्य के हिंदू समाज द्वारा की गई टिप्पणियों के बाद देर से आया ज्ञान है. यह सवाल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने उठाया है. वे नागपुर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे.
राकां के प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई सरस्वती पूजा के संदर्भ में सवाल के जवाब में उन्होंने उक्त टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि मतों के तुष्टिकरण के लिए हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कई बार राकां के नेताओं ने किया है जिनमें छगन भुजबल भी शामिल हैं. उन्होंने अनेक बार ओवैसी जैसी भूमिका निभाई है.
जिस सरस्वती माता की पूजा करके हम सभी ने शिक्षा के विभिन्न विषय सीखे हैं, उन्हीं के अस्तित्व पर छगन भुजबल ने प्रश्न निर्माण किया था. राज्यभर में हिंदू समाज ने छगन भुजबल व राकां पर टीका-टिप्पणियों की बौछार कर दी तब पार्टी को सरस्वती पूजा करने ज्ञान सूझा. राष्ट्रवादी ने जनता का दबाव बढ़ने पर यह पूजा की उनके मन में सरस्वती का स्थान है या नहीं यह देखना पड़ेगा.
राज्य सरकार के निर्णय का स्वागत
उन्होंने कहा कि राज्य के 7 करोड़ राशनकार्ड धारकों को मात्र 100 रुपये में प्रत्येक को एक किलो रवा, चना दाल, शक्कर और तेल का पैकेट देने का महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए हम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का अभिनंदन करते हैं. सरकार इस निर्णय का क्रियान्वयन अच्छी तरह से करेगी. साथ ही लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाने के लिए पार्टी संगठन काम करेगा.