Chhagan Bhujbal
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    नागपुर. अन्न व नागरी आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि राज्य में ईडी ने अति मचाई हुई है और उसके खिलाफ आवाज बुलंद करने की जरूरत है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को छोड़कर अन्य पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को आरोपी के पिंजरे में खड़ा किया जाता है. इतना ही नहीं, अधिकारियों के पहले भाजपा नेताओं को किस पर कहां कार्रवाई होगी इसकी जानकारी होती है. यही कारण है कि अब सभी को एकत्र होकर ईडी के खिलाफ आवाज बुलंद करने की जरूरत है.

    गड़चिरोली में ओबीसी समाज सम्मेलन में भाग लेकर नागपुर लौटे भुजबल रवि भवन में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी की सभी कार्रवाइयां राजनीतिक हैं. सिर्फ महाविकास आघाड़ी के मंत्री व नेताओं पर ही छापे मारे जा रहे हैं. आज तक ईडी की जो भी कार्रवाई हुई उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की. इससे यह साफ दिख रहा है कि ईडी का उपयोग भाजपा नेता राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए कर रहे हैं. 

    कभी नहीं हुआ इतना दुरुपयोग

    भुजबल ने कहा कि ईडी व सीबीआई का इतना दुरुपयोग किसी राजनीतिक पार्टी ने नहीं किया जितना भाजपा नेता कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता पहले हवा में आरोप लगाते हैं और फिर ईडी को निवेदन देते हैं. उसके बाद ईडी की टीम संबंधित नेता के घर, कार्यालय पर धावा बोलती है. अभी भी भाजपा नेता ईडी के नाम पर धमकी दे रहे हैं. अगर सभी पार्टी एकजुट होकर ईडी के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगी तो यह मनमानी और बढ़ेगी. 

    भाजपा नेताओं में हताशा

    भुजबल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि महाविकास आघाड़ी की सत्ता आई तभी से भाजपा नेता इस सरकार को गिराने का वक्तव्य दे रहे हैं. कई बार तो तारीख व मुहूर्त तक घोषित कर डाला लेकिन मविआ ने 2 वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया. उन्होंने कहा कि अभी भी विपक्ष नेता को खुद ही मुख्यमंत्री होने का आभास होने लगा है. उन्होंने कहा कि जब तक सोनिया गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे एक साथ हैं तब तक मविआ सरकार नहीं गिरने वाली है. यही कारण है कि ईडी और सीबीआई कार्रवाई की हरकत भाजपा नेताओं ने शुरू की है लेकिन उससे भी कुछ हासिल नहीं होने से उनमें निराशा देखी जा रही है.