Unlock 3: Gym and Yoga Center to open from August 5

  • जिम संचालकों का प्रशासन से सवाल

Loading

नागपुर. कोरोना के मामले दिनोंदिन बढ़ते ही जा रहे हैं. वहीं, अब मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही हैं. वहीं, दूसरी ओर प्रशासन द्वारा सोमवार से निश्चित समयावधि के लिए सब कुछ खोल दिया गया है. पहले ही दिन बाजारों में जमकर भीड़ नजर आई. सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात, कई लोग बिना मास्क लगाए भी घूमते नजर आये. इन सब के बीच प्रशासन ने जिम, व्यायाम शाला और स्वीमिंग पूल खोलने की मंजूरी नहीं दी है. अब जिम चालक सवाल कर रहे हैं कि जहां शरीर को मजबूत बनाने और इम्युनिटी पावर बढ़ाने का काम होता है, उस पर ही पाबंदी का क्या तुक है.

पिछले वर्षों में सिटी में जिम की संख्या तेजी से बढ़ी है. हर मोहल्ले में जिम मिल जाएगी. इस जिम में केवल युवा ही नहीं, बल्कि बुजुर्ग व महिलाएं भी जाती हैं. कुछ जगह महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग समय रखा जाता है. तो कहीं दोनों का एक साथ समय होता है. पिछले वर्ष लॉकडाउन की वजह से जिम चालकों की कमर टूट गई. कुछ महीने तक बंद रहने से कईयों ने तो जिम बेच दी. वहीं, कई संचालकों को मजबूरन बेचना पड़ा. किराये की जगह होने से बिजली का बिल तक देना मुश्किल हो गया था. दशहरे के बाद से सिटी में जिम शुरू हुई. लेकिन अब भी व्यवसाय में रंगत नहीं आई थी. कोरोना के डर से पहले जैसे लोग नहीं आ रहे थे. इस बीच प्रशासन द्वारा एक बार और बंद किये जाने से दोहरा संकट पैदा हो गया है. 

युवाओं की बेचैनी बढ़ी

नियमित रूप से जिम जाने वालों के लिए लॉकडाउन मुश्किल हो गया है. दैनिक जीवन की आदत में शामिल होने से युवा वर्ग जिम खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. वहीं, जिम संचालक भी प्रशासन से मांग करने लगे हैं कि जब सब कुछ खोल दिया गया है, तो फिर जिम से ही एतराज क्यों किया जा रहा है. भले ही 50 फीसदी के साथ मंजूरी दी जाये, लेकिन जिम खोली जाये. जिम से केवल संचालक ही नहीं, ट्रेनर की भी रोजी-रोटी जुड़ी होती है. एक जिम में 8-10 ट्रेनर होते हैं. जिम खुली रहेगी तो ही ट्रेनर को समय पर सैलेरी मिलेगी. अन्यथा उन पर फिर से बेरोजगारी की नौबत आ जाएगी. इस संबंध में जल्द ही जिम संचालक मनपा आयुक्त को भी ज्ञापन सौंपने वाले हैं. 

प्रशासन द्वारा सभी प्रतिष्ठानों को खोलने की मंजूरी दी गई है. अब जिम को भी खोल दिया जाना चाहिए. बंद रहने से व्यवसाय चौपट हो रहा है. पहले भी कोराना काल की सभी गाइड लाइन्स का पालन करते हुए ही जिम चलाई जा रही थी. समय-समय पर सैनिटाइज किया जा रहा था. वहीं, सभी मास्क लगाकर ही वर्कआउट कर रहे थे. अब भी ऐसा ही किया जाएगा. प्रशासन द्वारा इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.

-राजेश बनिक, संचालक, फिटनेस पार्क 

जब प्रशासन द्वारा सब कुछ खोलने की अनुमति दे दी गई है तो फिर जिम को भी मंजूरी मिलना चाहिए. पिछले वर्ष लॉकडाउन ने वैसे भी कमर तोड़ दी है. अब भी व्यवसाय ने पूरी तरह जोर नहीं पकड़ा है. इस तरह बार-बार बंद किये जाने से खासा असर पड़ रहा है. प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए. 

-सद्दाम शेख, मैनेजर, राविश जिम