
नागपुर. शुक्रवार की कहर बरपाने वाली रात के बाद शहरभर में बने बाढ़ के हालातों से भारी नुकसान पहुंचा है. शनिवार की दोपहर तक तो प्रशासन बचाव व राहत कार्यों में ही जुटा रहा. डीसीएम देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रात में इमरर्जेंसी बैठक भी ली. दूसरे दिन संडे को डीसीएम फडणवीस ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और नुकसान को अपनी आंखों से देखा. उन्होंने कई बस्तियों में नागरिकों से संवाद साधा व उनकी बातें सुनीं व जल्द से जल्द मदद का आश्वासन दिया. इस दौरान उनके साथ जिलाधिकारी इटनकर, मनपा अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल, अधीक्षक अभियंता तालेवार, डॉ. महल्ले, संदीप जोशी, नंदा जिचकार, अविनाश ठाकरे, मीनाक्षी तेलगोटे, परिणिता फुके सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी भी थे.
अंबाझरी के ओवरफ्लो प्वॉइंट पहुंचे
डीसीएम अंबाझरी के ओवरफ्लो प्वाइंट पर सुबह ही पहुंचे. उनके साथ आयुक्त चौधरी भी थे. उसके बाद अंबाझरी लेआउट, डागा लेआउट, कॉरपोरेशन कॉलोनी, शंकरनगर परिसर में नागरिकों से मुलाकात कर संवाद साधा. बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी ली. बाढ़ का पानी बस्तियों से निकलने के बाद नागरिकों की मदद शुरू कर दी गई है. सड़कों पर जमा मलबा, कचरा-कीचड़ साफ करने के लिए टीमें लगाई गई हैं. कीटनाशकों का छिड़काव शुरू करने की जानकारी दी. कौस्तुभ अपार्टमेंट, चाणक्य अपार्टमेंट सहित डीसीएम ने प्रभावित नागरिकों सचिन पुरोहित, अरुणा पुरोहित, कन्हैया कटारे, विजय होले, सुनील जाधव से संवाद साधा.
जान बचाने वालों की सराहना
मूसलाधार बारिश के बीच मनपा नेहरूनगर जोन टैक्स विभाग में कार्यरत कृष्णा बनाई व विलोप कावले ने मोहता परिवार के 5 लोगों की जान बचाई थी. डीसीएम ने दोनों कर्मचारियों की सराहना की. उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द नुकसान का पंचनामा कर लगने वाली मदद देने का आश्वासन नागरिकों को दिया जिनके घरों में कीचड़ फैल गया है उसे सफाई करने को प्राथमिकता देने का निर्देश उन्होंने दिया. सिटी में प्रभावित इलाकों में किसी तरह की संक्रामक बीमारी न फैले उसके लिए उपाययोजना करने का निर्देश भी दिया गया.