maharashtra police
मुंबई पुलिस

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नागपुर. सिटी पुलिस की तरह ग्रामीण पुलिस की भर्ती में भी फर्जी प्रमाणपत्र देकर चयन सूची में आने वाले युवक के खिलाफ सदर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. उल्लेखनीय है कि यह युवक भी बीड़ जिले का रहने वाला है. इससे लगता है कि बीड़ में फर्जी प्रमाणपत्र देकर पुलिस में भर्ती करवाने का रैकेट चल रहा है.

3 दिन पहले सिटी पुलिस ने खुद को प्रकल्पग्रस्त बताकर भर्ती में आए बीड़ निवासी गौतम नरसू मुंडे के खिलाफ मामला दर्ज किया था. अब ग्रामीण पुलिस द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर सदर पुलिस ने येलंब, जिला बीड़ निवासी सुहास मधुकर सुपेकर (27) और उसे फर्जी प्रमाणपत्र देने वाले गणेश गोविंद पानसरे (45) के खिलाफ मामला दर्ज किया है. सिटी पुलिस के साथ नागपुर ग्रामीण पुलिस ने भी जनवरी में चालक सिपाही पद के लिए भर्ती प्रक्रिया आयोजित की थी.

सुहास ने प्रकल्पग्रस्त कोटे में आवेदन दिया था. जनवरी में टेका नाका स्थित मुख्यालय परिसर में मैदानी और शारीरिक जांच की गई. इसमें सुहास पास हो गया. इसके बाद 2 अप्रैल को ली गई लिखित परीक्षा में भी वह उत्तीर्ण हो गया. अंतिम चयन सूची में उसका नाम आ गया. उसे सभी मूल प्रमाणपत्र जमा करवाने को कहा गया.

जांच के लिए एक टीम को बीड़ भेजा गया. जिला पुनर्वास अधिकारी से जानकारी मांगी गई जिसमें सुहास का प्रमाणपत्र बोगस होने की जानकारी मिली. जांच में सुहास ने गणेश से प्रमाणपत्र खरीदने की जानकारी दी. 30,000 रुपये में गणेश ने उसे प्रमाणपत्र बना दिया था, इसीलिए दोनों के खिलाफ विविध धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया.