fake liquor
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    नागपुर. हुड़केश्वर पुलिस ने 3 दिन पहले कार में बड़े पैमाने पर अवैध शराब पकड़ी. जांच में कुही के वड़दगांव स्थित खेत में अवैध शराब कारखाना होने का पता चला. वहां छापेमारी करने पर बड़े पैमाने पर स्पिरीट, खाली-भरी बोतलें और मशीनें बरामद हुईं. अवैध शराब का कारखाना चलाने वाला मुख्य आरोपी सिराज खान अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है.

    बताया जाता है कि नकली शराब वर्धा और चंद्रपुर में बेची जाती थी. इस मामले में पुलिस ने झिंगाबाई टाकली निवासी उमेश राज स्वामी (39) और खेत के मालिक लवकुशनगर मानेवाड़ा रोड निवासी अमोल केदारनाथ मेहता (34) को गिरफ्तार किया है. अमोल ने अपने खेत में पोल्ट्री फार्म शुरु किया था. करीब 6 महीने पहले सिराज ने उससे खेत किराए पर लिया.

    शेड में अपना शराब बनाने का कारखाना शुरू किया. उमेश और दिलीप सूर्यवंशी के साथ मिलकर वह अवैध शराब का कारोबार कर रहा था. आरोपियों के पास शराब बनाने की कोई अनुमति नहीं थी. इसके बावजूद वहां बाकायदा बॉटलिंग की मशीनें लगाई गई थीं. स्पिरीट खरीदकर आरोपी नकली शराब बनाते थे. बोतलों पर रॉकेट नामक ब्रांड की लेबलिंग करते थे. बाद में माल वर्धा और चंद्रपुर भेजा जाता था. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 5 दिन की पुलिस हिरासत हासिल की है.

    आश्चर्य यह है कि इतने बड़े पैमाने पर शराब का अवैध कारखाना चल रहा था और आबकारी विभाग को इसकी भनक तक नहीं थी. शराब बनाने का कोई मापदंड नहीं था. ऐसे में यह शराब जानलेवा भी साबित हो सकती थी. सिराज की गिरफ्तारी के बाद ही पता चल पाएगा कि इस काम में और कितने लोग शामिल थे.