leopard, Thane,
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

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    नागपुर. काटोल नाका इलाके में तेंदुए का खौफ बरकरार है. तेंदुए के डर से लोगों ने घूमना-फिरना बंद कर दिया है. महिलाएं भी पार्क में घूमने के लिए नहीं जा रही हैं. माता-पिता अपने बच्चों को खेलने के लिए नहीं भेज रहे हैं. शाम ढलते ही लोग अपने-अपने घरों में कैद हो रहे हैं. उधर, वन विभाग की टीम को तेंदुआ चकमा दे रहा है. 2 दिन तक उछल-कूद मचाने के बाद गुरुवार की रात वह इलाके में नहीं आया.

    वन विभाग की टीम रात से ही पूरे इलाके में कैमरे लगाकर ऑब्जर्वेशन कर रही है. दरअसल तेंदुआ बेहद चालाक प्राणी होता है, जो खतरे को तुरंत भांप लेता है. आमतौर पर वन्य प्राणी खतरे की आशंका होने पर एक-दो दिन नहीं आते. ऐसी परिस्थिति में शुक्रवार की रात में उसके आने की संभावना व्यक्त की जा रही है. यदि रात में तेंदुआ कैमरे में ट्रैप होता है तो उसे पकड़ने के लिए रणनीति बनाई जाएगी.

    गोरेवाड़ा के जंगल से तेंदुआ के आने की संभावना जताई जा रही है. गोरेवाड़ा इंटरनेशनल जू से लगते जंगल में कई तेंदुए अपना निवास स्थान बनाए हुए हैं. हाल ही में जू से सटे नाले में एक तेंदुए का तीन दिन का शावक मृत अवस्था में मिला था. इस घटना के बाद से जू में आने वाले सैलानी भी भयभीत हो गए थे.