MIDC factory fire

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नागपुर/हिंगना. चौपहिया वाहनों के लिए केबल निर्माण करने वाली हिंगना एमआईडीसी स्थित एक्सेल कंट्रोलेज प्रा. लिमिटेड  कारखाने में रात 2 बजे भीषण आग लग गई, जिसके कारण फैक्टरी पूरी तरह बर्बाद हो गई है. कारखाने में रखा सभी कच्चा, पक्का माल, मशीनरी जलकर खाक हो गई. बिल्डिंग को भारी नुकसान हुआ है.  अतुल गुप्ता का एमआईडीसी में निलडोह गांव के पास प्लाट नंबर डब्ल्यू 67,68 में चौपहिया वाहनों के लिए रबर और प्लास्टिक स्प्रिंग केबल बनाने का कारखाना है. इसमें 200 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. काम रोजाना सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक शुरू रहता है. 

बुधवार को फैक्ट्री बंद रहती है, इसलिए रात में केवल सुरक्षा गार्ड ही ड्यूटी पर थे. रात करीब 2 बजे उनमें से एक ने फैक्ट्री के अंदर आग देखी. इसके बाद तत्काल पुलिस और एमआईडीसी फायर ब्रिगेड को सूचना दी. कुछ ही देर में फायर ब्रिगेड के वरिष्ठ अधिकारी ए.एस. परब, एस.जे. जाधव अपने स्टाफ सहित पहुंच गए.

एमआईडीसी थाने के सब इंस्पेक्टर मुकुंद कवाडे, नाइट ड्यूटी अधिकारी पीएसआई, विकास जाधव एवं कर्मचारी भी घटनास्थल पर पहुंचे. जब फैक्ट्री के शटर खोले गए तो आग आधी फैल चुकी थी और उसे बुझाने की कोशिश शुरू की गई. लेकिन इसी बीच इस फैक्ट्री में चाय के कमरे में रखे दो गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया और आग हर तरफ फैल गई.  उसके बाद इस इमारत की दोनों मंजिलों पर आग की लपटें दिखाई दीं.

आग बुझाने में लगे 10 घंटे

इस बीच एमआईडीसी से 3, मनपा से 5, वाड़ी नगर परिषद से 1 और डिफेंस से 1 दमकल सहित कुल 10 वाहन आग बुझाने में जुटे रहे. वाहनों को आग बुझाने में लगभग 10 घंटे का समय लग गया. सुबह करीब 11 बजे आग पर काबू पाया गया. हालांकि शाम 5 बजे तक आग पूरी तरह से नहीं बुझी थी. तीन-चार जगहों पर आग की लौ निकल रही थी. 

बालबाल बचा बाजू का कारखाना

जिस एक्सल कंपनी मे आग की घटना हुई इस से लगकर प्लॉट नं 66 मे प्लास्टिक का गोदाम है. दोनों कंपनियां एक दूसरे से सटी है. अगर आग बुझाने में थोड़ी भी देरी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था.

एक तो बुधवार छुट्टी का दिन उसमें रात 2 बजे कंपनी मे आग लगी देखकर गार्ड द्वारा तुरंत फायर विभाग व पुलिस को फोन करने से बड़ा हादसा होने से टल गया.