Water Supply

    Loading

    नागपुर. विदर्भ के कई जिलों के साथ ही मध्य प्रदेश में भी हो रही मूसलाधार बारिश का असर सिटी की जलापूर्ति पर पड़ रहा है. मध्य प्रदेश में बाढ़ग्रस्त स्थिति के चलते उत्तर और पूर्व नागपुर की जलापूर्ति बाधित होने की जानकारी मनपा ने दी. अलगे 48 घंटे आसीनगर सतरंजीपुरा, नेहरूनगर और लकड़गंज जैसे 4 जोन अंतर्गत आनेवाले तमाम परिसरों में जलापूर्ति बुरी तरह से प्रभावित रहेगी. बताया जाता है कि 15 अगस्त से ही नवेगांव खैरी डैम के सभी 16 दरवाजे 1.5 मीटर तक खोले गए. तोतलाडोह डैम से भी भारी मात्रा में पानी की निकासी की जा रही है.

    खुले रहेंगे नवेगांव डैम के दरवाजे

    बताया जाता है कि तोतलाडोह डैम से पानी की निकासी शुरू होने कारण नवेगांव खैरी डैम के दरवाजे भी अगले 48 घंटे खुले रहेंगे. जिसका सीधा असर कन्हान नदी पर होगा. कन्हान नदी के निचले हिस्से में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. यहां तक कि नदी का जलस्तर 276 मीटर तक पहुंच गया है.  कन्हान जलशुद्धिकरण केंद्र के इनटेक कुएं का रोज पीस चोकेज, सूखे कुएं बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. जैकवेल पानी का प्रवाह अधिक होने के करण स्कूबा डायवर्स को कचरा सफाई में खासी परेशानी उठानी पड़ रही है. नदी की इस उफान स्थिति में 10 मीटर भीतर तक जाना डायवर्स के लिए चुनौतीपूर्ण है. जिससे जलापूर्ति पर असर पड़ रहा है.

    कन्हान से पंपिंग बंद

    बताया जाता है कि तमाम परेशानियों के चलते कन्हान जलशुद्धिकरण केंद्र से मंगलवार को तड़के ही पंपिंग बंद कर दिया गया. हालांकि कुछ छोटे स्लाट में आंशिक पंपिंग हो सकती है लेकिन जलापूर्ति करने की क्षमता पूरी नहीं हो पा रही है. जिसके चलते आसीनगर जोन, सतरंजीपुरा जोन, नेहरूनगर जोन और लकड़गंज जोन की जलापूर्ति पर आधे से अधिक असर पड़ा है. कन्हान जलशुद्धिकरण के फीडर पर से जिन क्षेत्रों को जलापूर्ति होती है, उनकी जलापूर्ति पर सीधा असर पड़ रहा है. जलसंधारण विभाग की सूचनाओं के अनुसार मंगलवार की देर रात कन्हान नदी का जलस्तर कम होने की आशा है. जिसके बाद ही जलापूर्ति सुचारू हो सकेगी.