Krupal Tumane

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    नागपुर. न्यूनतम गारंटी मूल्य (एमएसपी) नहीं मिलने से धान उत्पादक मुश्किल में हैं. रामटेक से शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने मांग की कि केंद्र सरकार धान उत्पादकों को नाफेड के माध्यम से 1,000 रुपये बोनस दे. धान उत्पादकों के विभिन्न मुद्दों पर उन्होंने लोकसभा में ‘लोक महत्व के अविलंबनीय’ के अंतर्गत यह मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि इस साल महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश और भारी बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है.

    विदर्भ में धान का उत्पादन पिछले साल की तुलना में कम है. नाफेड  के माध्यम से अभी तक अनाज की खरीदी शुरू नहीं हुई है. पिछले साल धान का एमएसपी 1,868 रुपये था. इस साल एमएसपी 1,940 रुपये है. महाराष्ट्र में धान की खेती की लागत अधिक है. किसानों को कोई नुकसान न हो इसके लिए नाफेड ने पिछले साल किसानों को उनकी खरीद के बाद 700 रुपये बोनस दिया था. हालांकि अभी नाफेड से खरीद शुरू नहीं हुई है. 

    घर में पड़ी है किसानों की उपज

    उन्होंने कहा कि घर में किसानों का धान पड़ी है. किसानों को भी मुश्किल हो रही है क्योंकि व्यापारी एमएसपी से नीचे खरीद रहे हैं. किसान खेती की न्यूनतम लागत की मांग करते हैं  इसलिए धान की खरीदी नाफेड के माध्यम से शुरू की जानी चाहिए और उत्पादकों को 1स000 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दिया जाना चाहिए. रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की 6 तहसीलों रामटेक, पारशिवानी, मौदा, कुही, उमरेड, भिवापुर में धान उगाई जाती है. मौदा, रामटेक और कुही में खरीदी अभी शुरू नहीं हुई है. इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. दिवाली से पहले फसल किसानों के हाथ में आ जाती है. हालांकि नाफेड के माध्यम से खरीद अभी शुरू नहीं हुई है, धान घर पर पड़ा है. इसके अलावा कोई बाजार कीमत नहीं है. इसे लेकर किसान गारंटी के साथ बोनस दिलाने की मांग कर रहे हैं.