नागपुर. गश्त के दौरान लोहमार्ग पुलिसकर्मियों ने स्टेशन पर परेशान बैठी युवती को गलत हाथों में जाने से बचा लिया. व्यक्तिगत परेशानी से जूझ रही युवती कॉलेज के लिए घर से निकली थी लेकिन देर रात तक घर नहीं पहुंची तो परेशान परिजन सीताबर्डी पुलिस स्टेशन पहुंच गये. इसी समय जीआरपी थाने से उन्हें कॉल आ गया कि उनकी बेटी सुरक्षित है.
जानकारी के अनुसार संगीता (बदला हुआ नाम) सिटी के एक कॉलेज में सेकंड ईयर की छात्रा है. हर दिन की तरह वह कॉलेज के लिए घर से निकली लेकिन शाम होने तक नहीं लौटी. संगीता की मां ने उसे कॉल किया तो बताया कि वह अपनी सहेली के साथ सीताबर्डी मार्केट में है और जल्द ही घर आ जायेगी लेकिन जब रात होने तक भी संगीता घर नहीं आई तो उसकी माता की चिंता बढ़ गई. एक बार फिर संगीता को कॉल किया लेकिन कोई प्रतिसाद नहीं मिला. जिससे उनकी चिंता और ज्यादा बढ़ गई.
जनरल वेटिंग हॉल में आई नजर
परेशान माता ने अपने रिश्तेदारों को जानकारी देकर संगीता की तलाश में मदद मांगी. इस बीच संगीता की मां, पिता, भाई और बाकी रिश्तेदारों ने उसकी सहेलियों से पूछताछ की लेकिन कुछ पता नहीं चला. देर रात तक जब कहीं से कुछ जानकारी नहीं मिली तो सभी सीताबर्डी पुलिस थाने पहुंच गये. उधर स्टेशन की सुरक्षा के मद्देनजर लोहमार्ग पुलिस के वीणा भलावी, पुनम साबले, विजय तायवाडे, बाबूसिंह ठाकुर आदि गश्त पर थे.
इसी दौरान प्लेटफार्म 1 के मुंबई छोर पर ओपन जनरल वेटिंग हॉल में बैठी संगीता पर उनकी नजर पड़ी. टिकट आदि की पूछताछ करने पर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी. महिला जीआरपीकर्मियों ने विश्वास में लेकर सारी जानकारी हासिल की. उसे जीआरपी थाने लाकर उसके माता को कॉल करके जानकारी दी गई. सभी तुरंत थाने पहुंचे. संगीता को सुरक्षित देखकर उसकी मां की आंखें छलक गई. कागजी कार्रवाई के बाद संगीता को उसके परिजनों को सौंप दिया गया.