गटर का पानी घर में होता है जमा, 2 महीने से नर्क हो गई जिंदगी

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    नागपुर. मेडिकल हॉस्पिटल के पीछे स्थित चंद्रमणीनगर में रहने वाला आशीष नगराले बीते करीब 2 महीने नर्क सी जिंदगी जीने को मजबूर हैं. उनके घर गटर लाइन का गंदा बैकवाटर 24 घंटे घुस रहा है. दुर्गंधयुक्त गंदा पानी जमा होने से उनका घर से बाहर-भीतर निकलना तक हराम हो गया है. उनके घर के बगल वाले घर में निकासी लाइन चोक हो गई है.

    मनपा के धंतोली जोन कार्यालय में सहायक आयुक्त को इसकी कई बार शिकायत की गई लेकिन स्थायी निराकरण नहीं हो पाया है. मनपा की ओर से नगराले के घर में जमा होने वाले गंदे पानी को निकालने के लिए 3 एचपी का एक पंप लगा दिया गया है. 24 घंटे वह पंप उनकी ही बिजली से चल रहा है. उन्हें तो इस पंप का बिजली बिल भरने का टेंशन भी हो रहा है. हालांकि जब उन्होंने अपनी यह परेशानी बताई तो अधिकारी ने पंप का बिजली बिल मनपा द्वारा भरे जाने का आश्वासन दिया है.

    चेम्बर धंसने से हुई समस्या

    बताया गया कि गटर लाइन का चेम्बर धंस जाने के कारण लाइन चोक हो गई है लेकिन बीते 2 महीनों से चेम्बर के सुधार का कार्य नहीं किया गया है. नागरिकों का कहना है कि जब तक चेम्बर का काम नहीं होता तब तक बाजू से एक नाली खोदकर समीप के नाले में अस्थायी तौर पर पाइप डालकर निकासी की व्यवस्था की जा सकती है. अधिकारी ने ऐसा करने का आश्वासन दिया था लेकिन 4 दिन बीत गए वह काम भी शुरू नहीं किया गया है.

    नगराले कैंसर के मरीज हैं और उनकी पत्नी निजी संस्था में सफाई कर्मचारी का 5,000 रुपये वेतन पर काम करती है. उनके घर 2 किरायेदार थे जिससे घर का खर्च चलता था. गटर का पानी घर में जमा होने पर किरायेदार भी खाली कर चले गए. परिवार के सामने अब आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है. नगराले ने मनपा से तत्काल समस्या से निजात दिलाने की मांग की है.