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    नागपुर. गांजा तस्करी के मामले में पुलिस 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. जांच में पता चला है कि इसके पहले भी नागपुर के रास्ते से गांजा की खेप बीड़ पहुंचाई जा चुकी है. इससे साफ है कि बीड़ गांजा बिक्री का हब बना हुआ है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों में आष्टी, बीड़ निवासी अंबादास रघु जांजे, सुभाष तुकाराम पंडुले, ट्रक चालक राजमंडरी, आंध्र प्रदेश निवासी सोमेश्वरराव उर्फ बुज्जी कोटीपिल्लम (50), क्लीनर बलेमना उर्फ नानी पैद्यकापू (25) और ओड़िशा से माल भेजने वाले वीराबाबू बिज्जू (30) का समावेश है.

    पुलिस ने गोपनीय जानकारी के आधार पर बुधवार की सुबह पारडी में ट्रक में लदा 1,555 किलो गांजा जब्त किया था. ट्रक चालक और क्लीनर की गिरफ्तारी होते ही बीड़ में माल खरीदने वाले अंबादास और सुभाष को गिरफ्तार किया गया. इसकी जानकारी ओड़िशा पुलिस को भी दी गई थी. वहां की पुलिस ने वीराबाबू को गिरफ्तार कर लिया. गुरुवार को पुलिस ने सभी को न्यायालय में पेश किया. अदालत ने उन्हें 22 नवंबर तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए हैं. प्राथमिक जांच में पता चला कि सुभाष और अंबादास पहले भी नागपुर के रास्ते गांजा बुला चुके हैं. एक बार 600 किलो और दूसरी बार 800 किलो गांजा मंगवाया गया था. पहले आरोपी हैदराबाद से ओसमानाबाद होते हुए माल भेजते थे. वहां पुलिस सक्रिय होने से छत्तीसगढ़ के रास्ते माल मंगवाया गया.

    पंटर करते हैं रास्ते में पेट्रोलिंग

    गांजा का ट्रक पकड़ा न जाए इसके लिए तस्करों के पंटर दोपहिया वाहन पर 50 किलोमीटर आगे चलते हैं. पेट्रोलिंग करके ट्रक चालकों को पुलिस की गतिविधियों की जानकारी दी जाती है. उनका इशारा मिलने के बाद ही ट्रक चालक आगे बढ़ता है, इसीलिए सिटी पुलिस ने ट्रक के नागपुर में दाखिल होने का इंतजार किया. हालांकि पुलिस ने 275 किमी दूर छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर से ही अपनी टीम को काम पर लगाया था. 2 दिन पहले ही ट्रक पुलिस के हाथ लगना था लेकिन रास्ते में 1 बार ट्रक खराब हो गया. एक रात ट्रक चालक ने महामार्ग पर ही गाड़ी रोक दी. भंडारा में भी किसी कारण से ट्रक रुका हुआ था. सादी पोशाक में पुलिस ने पारडी के ढाबे पर ठिया जमाया था, इसीलिए पेट्रोलिंग करने वाले पंटरों को भनक तक नहीं लगी.