Holi at Home

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    नागपुर. कोरोना महामारी के चलते स्थानीय प्रशासन ने होली का त्यौहार मनाने के संदर्भ में पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी थी. उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी थी जिसके चलते इस वर्ष होली का रंग फीका-फीका ही रहा. लोगों ने अपने घरों में ही रहना उचित समझा. अपने ही परिवार के सदस्यों को आपस में गुलाल लगाकर होली मनाई गई. हालत यह थी अधिकतर पास-पड़ोसियों को भी इस वर्ष रंग-गुलाल नहीं लगा पाये. सुबह से ही सड़कों पर होली की हुड़दंग की जगह वीरानी नजर आई. दोपहर को तो अमूमन इलाके सुनसान हो गए थे. काफी कम लोग बाहर घूमते नजर आए. कोरोना के खौफ ने रंगों के इस त्यौहार का रंग इस वर्ष फीका कर दिया. 80-90 फीसदी लोगों ने कोरोना के चलते बाहर निकल कर रंग-गुलाल खेलने से परहेज रखा.

    कुछ रहे बिंदास

    हर वर्ष होली के दिन सुबह से ही रंग खेलने का माहौल रहा करता था. इस वर्ष कुछ लोगों ने जरूर अपने परिवार और पड़ोसियों के साथ रंग-गुलाल खेला, लेकिन संख्या बहुत ही कम थी. हां, बच्चों को होली खेलने से पैरेन्ट्स रोक नहीं पाये. सिटी की गलियों में सुबह के समय करीब 9-10 बजे तक रंग-गुलाल और पानी से होली खेलते देखा गया. उनमें उत्साह था लेकिन पैरेन्ट्स उन्हें बार-बार घर के भीतर आने के लिए डपट भी लगाते देखे गए. सिटी में सुबह के समय दूध-सब्जी, पूजा सामग्री, गुलाल-गाठी आदि खरीदने वालों की हलचल देखी गई, लेकिन यह भी 10-11 बजे तक ही रही. 

    फ्लैट स्कीम में रौनक

    फ्लैट स्कीम में सार्वजनिक रूप से होली खेलने पर पाबंदी थी, लेकिन कुछ स्कीम्स में लोगों ने जमकर होली मनाई. वहीं, कुछ घर के आंगनों में भी परिवार के सदस्य आपस में रंग खेलते नजर आए. एक बड़ा वर्ग कोरोना से खौफजदा था तो एक वर्ग ऐसा भी था जिसने बिंदास होली मनाई. कुछ ने तो अपने दोस्तों को सुबह से ही घर पर बुला लिया था. गुलाल खेलने के बाद दिनभर होली की पार्टी का दौर चलता रहा. देर शाम सभी अपने घर को लौटे. मांस की दूकानों में अधिक भीड़ नहीं देखी गई. 

    हर चौराहे पर पुलिस

    हुड़दंगियों और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकलने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दोपहर 1 बजे के बाद पुलिस सड़कों पर उतर आई. लगभग सभी मुख्य चौराहों पर पुलिस का बंदोबस्त था. सड़कों पर गलियों में भी पुलिस गश्त होती रही. कार्रवाई के भय से ही अधिकतर युवा व परिवार वाले घरों के बाहर नहीं निकले. पुलिस व्यवस्था के चलते कुछेक छोटी-मोटी घटनाओं के होली शांतिप्रिय तरीके से निपटी.