Ganpati Dukan, ganesh Idol, Nagpur
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    नागपुर. गुरुवार को दोपहर गिट्टीखदान चौक पर उस समय काफी देर तक तनावपूर्ण  स्थिति बनी रही जब मनपा के प्रवर्तन विभाग का दस्ता कार्रवाई के लिए यहां पहुंच गया. उल्लेखनीय है कि गिट्टीखदान चौक के चारों ओर मूर्तियों की बिक्री के लिए कुछ दूकानदारों ने अतिक्रमण किया हुआ था. यहां तक कि चारों ओर सड़कों तक दूकानों के लिए अवैध रूप से पंडाल तक निर्मित किया था जिससे चौराहे पर ट्रैफिक जाम की स्थिति हो रही थी. इसकी भनक लगते ही दस्ता दल-बल के साथ यहां पहुंच गया.

    हमेशा की तरह गिट्टीखदान चौक पर अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान हंगामा शुरू हो गया लेकिन इसकी भलीभांति भनक होने से दस्ता पुख्ता बंदोबस्त के साथ पहुंचा था. इससे दस्ते ने यहां से सभी अवैध पंडालों का पूरी तरह सफाया कर दिया. इसके बाद दस्ते ने मंगलवारी बाजार में भी अवैध दूकानों को हटा दिया. मंगलवारी बाजार से लेकर गोधनी बाजार रोड तक दस्ते की ओर से दोनों ओर के फुटपाथों पर कार्रवाई की गई. इसमें प्रवर्तन विभाग प्रमुख उपायुक्त अशोक पाटिल, धरमपेठ जोन के सहायक आयुक्त प्रकाश वराडे, प्रवर्तन निरीक्षक संजय कांबले के मार्गदर्शन में महेन्द्र सुरडकर, पुरुषोत्तम गिरी, दीपक जांभुलकर, प्रभाकर मालवे, नरेन्द्र तोटेवार, मनोहर राठौड़ आदि ने हिस्सा लिया. 

    32 अतिक्रमणों पर गिरी गाज

    प्रवर्तन विभाग के अन्य दस्ते की ओर से सतरंजीपुरा जोन में कार्रवाई की गई. दस्ते ने जोनल कार्यालय के पास से ही कार्रवाई की शुरुआत की. यहां से दस्ता रानी दुर्गावती चौक की ओर बढ़ गया. यहां से कांजी हाउस चौक तक कार्रवाई करने के बाद दस्ता वापस रानी दुर्गावती चौक पर पहुंचा. चौराहे से अतिक्रमण हटाने के बाद दस्ते के आगे बढ़ते ही कुछ अतिक्रमणकारियों ने पुन: दूकान सजा ली थी किंतु जैसे ही दस्ता वापस लौटा, उनमें सामान बचाने को लेकर भगदड़ सी मच गई. इसी बीच दस्ते ने यहां से सब्जी दूकान, फल विक्रेता आदि की दूकान मिलाकर कुल 32 अतिक्रमणों का सफाया कर दिया. 

    7 वर्ष बाद जर्जर मकान पर कार्रवाई

    मनपा की ओर से बारिश शुरू होने के पहले से जर्जर मकानों के खिलाफ कार्रवाई तो शुरू की गई है लेकिन कुछ मकानों को कई वर्षों पूर्व नोटिस जारी होने के बाद भी कार्रवाई नहीं किए जाने के मामले उजागर हो रहे हैं. गुरुवार को इसी तरह का एक मामला उजागर हुआ. धरमपेठ जोन अंतर्गत बर्डी स्थित मोदी नंबर 2 में नर्सिंगदास मंत्री का काफी पुराना मकान है. पुराना मकान होने के कारण इमारत काफी जर्जर हो चूकी थी जिससे जोनल कार्यालय की ओर से इसका हिस्सा तोड़ने के लिए 20 फरवरी 2014 को नोटिस जारी किया गया था. इसके बावजूद सम्पत्तिधारक की ओर से इमारत नहीं तोड़े जाने पर दस्ते ने गुरुवार को कार्रवाई की.