नागपुर. इंफॉर्मेशन ब्यूरो में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक के साथ 5.25 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला प्रतापनगर थाने में दर्ज किया गया. आरोपी रतन सागर, पोसालिया सरिही, राजस्थान निवासी मोहन सिंह भंवरसिंह राव (25) बताया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार कामगार कॉलोनी सुभाषनगर निवासी शशिकांत बंसोड (30) ग्रेजुएट हैं और आईबी में सहायक पद के लिए आवेदन किया था. मोहनसिंह के साथ उसकी पहचान मार्च 2020 में एक दोस्त की शादी के दौरान हुई थी. मोहन ने खुद को अमेरिका की एक बड़ी कम्पनी के अधिकारी के तौर पर पहचान दी थी. साथ ही बताया कि उसके पिता बड़े नेता के घर रसोइए का काम करते हैं. बातचीत में दोनों ने एक-दूसरे का मोबाइल नंबर ले लिया.
दिया था 15 लाख का झांसा
शादी से वापस आने के बाद भी दोनों के बीच बातचीत होती रहती थी. मोहन सिंह के प्रभाव में आकर शशिकांत उसे अपना अच्छा दोस्त समझने लगा था. बातों-बातों में शशिकांत ने आईबी में सहायद के पद को लेकर आवेदन की जानकारी दी. इसी दौरान मोहन सिंह ने अपने पिता की बड़े नेताओं से पहचान और अच्छे संबंध का झांसा देकर उसे यह नौकरी दिलाने की बात की. हालांकि उसने इस काम के लिए 15 लाख रुपये खर्च की बात की. शशिकांत उसके झांसे में आ गया लेकिन इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई. दोनों के बीच 5 लाख रुपये में डील पक्की हुई. मोहन सिंह के कहने पर शशिकांत ने मोहन सिंह के कहने पर अलग-अलग बैंक खातों में आरटीजीएस के माध्यम से 5,25,000 रुपए भी ट्रांसफर किए. शशिकांत ने फरवरी 2021 में आईबी की परीक्षा दी थी परंतु उसमें वह फेल हो गया था.
परीक्षा में पास कराने का वादा
इसके बाद उसने दोबारा मोहन सिंह से संपर्क किया. मोहन ने उसे आश्वासन दिया कि जुलाई में दूसरे अटेंप्ट में वह उसे पास करवा देगा. हालांकि शशिकांत ने जुलाई 2021 तक प्रतीक्षा की लेकिन पता चला कि दूसरे अटेम्प्ट की परीक्षा मई में ही हो गई है. अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चलते ही शशिकांत से अपनी रकम वापस मांगी तो वह टालमटोल करने लगा. फिर शशिकांत ने पुलिस में शिकायत की. पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.