Nagpur Railway Station

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    नागपुर. कोरोना की दूसरी लहर शांत होते ही एक बार फिर ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ती दिख रही है. ऐसे में रेलवे प्रशासन ने एक बार फिर रद्द की गईं ट्रेनों को पटरी पर लाना शुरू कर दिया है. वहीं प्रमुख ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट भी पूरी तरह क्लीयर नहीं हो रही है. उत्तर भारत से आ रहीं ट्रेनों में एक बार फिर क्षमता से कहीं अधिक यात्री सफर करते दिखाई दे रहे हैं.

    लौट रहे श्रमिक

    उल्लेखनीय है कि मार्च 2020 में लगाये गये देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान देश के विभिन्न भागों में रहने वाले श्रमिक मुश्किलों का सामना करते हुए अपने अपने घर लौट गये थे. दूसरी लहर ने एक बार फिर उसी लॉकडाउन की याद दिलाई और फिर से श्रमिकों को घर वापसी करनी पड़ी लेकिन जब समझ आ गया है कि दोबारा देशव्यापी लॉकडाउन नहीं लगाया जायेगा और मजदूरी का काम चलता रहेगा तो श्रमिकों की वापसी तेज हो गई है. उत्तर भारत, बंगाल और छत्तीसगढ़ से बड़ी संख्या में मजदूरों ने काम-धंधे के लिए दोबारा दक्षिण भारत का रास्ता पकड़ लिया है. वहीं बारिश की शुरुआत से साथ ही खेतिहर मजदूरों ने भी रोजगार की तलाश में घर से बाहर निकलना बेहतर समझा है. ट्रेनों में सबसे ज्यादा इन्हीं की भीड़ है. श्रमिकों की संख्या इतनी अधिक है कि अब स्टेशन से अपने गांव लौटने के लिए बस, ऑटो या दूसरे संसाधन का सहारा ले रहे हैं. 

    जैसे कोरोना कभी था ही नहीं… 

    कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए रेलवे ने ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ पर नियंत्रण करने अनारक्षित टिकट बंद कर दिए हैं. यात्रा करने के लिए रिजर्वेशन करना अनिवार्य है. यहां तक जनरल कोच में सफर करने करने के लिए भी रिजर्वेशन कराना पड़ रहा है लेकिन बिहार, यूपी और बंगाल से आ रहीं ट्रेनों के जनरल कोचेज को देखकर लगता है जैसे कोरोना कभी था ही नहीं. एक बार फिर दानापुर, गोरखपुर, पटना और लखनऊ से आने वाली ट्रेनों के जनरल कोच में पैर रखना भी नामुमकिन है. हाल यह है कि 102 सीटों वाले जनरल कोच में 150 से भी अधिक यात्री सफर कर रहे हैं. 

    मुंबई, पुणे की लिए वेटिंग 

    दूसरी तरफ नागपुर से मुंबई और पुणे के लिए लंबी दूरियों की ट्रेनों में वेटिंग शुरू है. कुछ ट्रेनों में 50 तो कुछ में 100 के करीब वेटिंग लिस्ट पहुंच चुकी है. हालांकि हाल में दोबारा पटरी पर लौटी मुंबई दुरांतो एक्सप्रेस के चलते सिटी से सफर करने वाले यात्रियों को राहत मिली है. हालांकि शनिवार और रविवार को दुरांतो के स्लीपर क्लास में वेटिंग लिस्ट शुरू हो चुकी थी जो सुखद बात है. हालांकि नागपुर और पुणे के बीच रेल सफर के इच्छुक यात्रियों को अब भी परेशानी हो रही है. नागपुर मंडल से अभी तक पुणे के लिए ट्रेनें शुरू नहीं की गई हैं. जो चल रही हैं वे सभी लंबी दूरी की ट्रेनें हैं. श्रमिकों की वापसी के कारण ये ट्रेनें हाउसफुल चल रही हैं. ऐसे में मुंबई दुरांतो एक्सप्रेस की तरह अब सिटी से पुणे के लिए भी सीधी ट्रेनें शुरू की जानी चाहिए.