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    नागपुर. चीनी के हैकर और साइबर क्रिमिनल अब भारतीय युवतियों को टारगेट कर रहे हैं. उनकी फोटो को मॉर्फ करके ब्लैकमेल किया जा रहा है. इन अपराधियों ने भारत में अपना नेटवर्क फैला रखा है. कुछ दलाल पाल रखे है जो उनके लिए वसूली करने का काम करते हैं. डीसीपी जोन-4 नुरुल हसन ने बताया कि कुछ दिन पहले ऐसा ही एक मामला अजनी थाना क्षेत्र में सामने आया. पीड़ित परिवार ने पुलिस से शिकायत की. इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपियों में सोमवारपेठ, कराड निवासी कैफ इब्राहिम सैयद (25) औक दापोली, पुणे निवासी इरशाद इस्माइल शेख (22) का समावेश हैं.

    हनस ने बताया कि अजनी परिसर में रहने वाली 21 वर्षीय पीड़ित युवती बीए के अंतिम वर्ष में शिक्षण ले रही है. विगत 22 जून को उसके वाट्सएप पर एक लिंक भेजी गई. जिसमें लिखा था कि फॉक्सलोन के जरिए आपने कर्ज लिया है. तुरंत कर्ज अदा करें अन्यथा उसकी फोटो और जानकारी वायरल की जाएगी. युवती ने लिंक को ओपन किया. 

    पिता को आया अटैक  

    हैकर ने उसके मोबाइल से सारे कांटैक्ट और फोटो हैक कर लिए. इसके बाद इरशाद और कैफ काम पर लग गए. दोनों ने अलग-अलग नंबर से फोन करके युवती से 12,000 रुपये वसूल किए. पैसे लेने के बाद भी उसकी फोटो मॉर्फ करके वायरल कर दिए. वह घबरा गई और अपने परिजनों को जानकारी दी. बेटी की फोटो वायरल होने से पिता को गहरा सदमा पहुंचा. उन्हें हार्ट अटैक आ गया. परिजनों ने डीसीपी हसन से मुलाकात करके पूरे प्रकरण की जानकारी दी. अजनी पुलिस ने मामला दर्ज किया. हाईटेक तरीके से प्रकरण की जांच कर कैफ और इरशाद को कराड से गिरफ्तार किया. न्यायालय ने दोनों को पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए.  

    क्रिप्टो में ली जाती थी रकम

    अब तक हुई जांच में पता चला कि चीन में बैठे आरोपी रोजाना कैफ और इब्राहिम को 25 युवतियों का नंबर देते थे. उन्हें डरा-धमकाकर पैसे वसूलने का काम इन दोनों का था. इसके लिए इंटरनेट कॉलिंग की जाती थी. हर बार आरोपी अलग-अलग देश के आईएसडी कोड लगाकर बात करते थे. कैफ और इरशाद लोगों से अलग-अलग खातों में पैसा जमा करवाते थे. इसके बाद बायनान्स एप्किलेशन के जरिए चीन में बैठे आरोपियों को रकम क्रिप्टो करेंसी में ट्रांसफर की जाती थी. दोनों मोटी रकम ट्रांसफर कर चुके है. जांच में पता चला कि कैफ और इरशाद को दलाली के तौर पर 50 लाख रुपये मिल चुके हैं. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि चीन में बैठे आरोपी अब तक करोड़ों रुपये वसूल चुके हैं.

    ED और NIA को देंगे सूचना

    हसन ने बताया कि यह प्रकरण काफी गंभीर है. इससे युवतियों का जीवन बर्बाद हो सकता है. चीन में बैठकर साइबर अपराधी गिरोह चला रहे. अब तक तो केवल नागपुर में इस प्रकार मामला सामने आया है. हो सकता है यह गिरोह पूरे देशभर में इस प्रकार ब्लैकमेलिंग करके लोगों से पैसा वसूल रहा हों. इसीलिए रिजर्व बैंक, ईडी और एनआईए को इसकी जानकारी देने के लिए जल्द ही पत्र व्यवहार किया जाएगा.