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    नागपुर. मनी एक्सचेंज के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले ठगों के अंतरराज्यीय गिरोह का क्राइम ब्रांच के सेंधमारी विरोधी पथक ने पर्दाफाश करते हुए 1 आरोपी को गिरफ्तार किया. उसके अन्य साथी भागने में कामयाब हो गए. पुलिस उनकी तलाश में जुटी है. पकड़ा गया आरोपी नरेला, दिल्ली निवासी मोहम्मद मौला आलम खान (26) बताया गया.

    इस गिरोह का मुखिया हुगली, पश्चिम बंगाल निवासी शेख अख्तर उर्फ इस्माइल उर्फ राजू अली बताया गया. उसने अपने गिरोह में बेंगलुरु के साजन खान मिराज खान, जहांगीर, उसके बेटे मंगल और अमीनूर को भी शामिल कर रखा था. यह गैंग देश के अलग-अलग शहरों में जाकर लोगों को चूना लगाती है. सार्वजनिक स्थलों पर लोगों से बातचीत कर उन्हें बड़े पैमाने विदेशी करेंसी दीनार और रियाल उपलब्ध होने की जानकारी देती है.

    भारतीय करेंसी में सस्ते दाम में नोट उपलब्ध करवाने का झांसा देकर लोगों को पैसे लेकर बुलाती हैं और कागज बंडल थमाकर रफूचक्कर हो जाते हैं. इसी तरह कैब ड्राइवर फिरोज खान को 20 मई को लूटा गया था. जावेद को रियाल देने के बहाने कामठी की रुईगंज दरगाह के पास बुलाया गया. उसे ऊपर एक रियाल लगाकर कागज का बंडल दिया गया. बदले में 2 लाख रुपये लेकर आरोपी फरार हो गए. 

    दूसरे टैक्सी ड्राइवर को हुआ संदेह

    विगत 16 मई को आदर्शनगर, कोराडी निवासी अजय नीलकंठ बागड़े (37) अपनी टैक्सी लेकर एयरपोर्ट गए थे. यहां राजू उनके पास आया. उन्हें बताया कि उसके पास बड़े पैमाने पर दीनार है. वह खुद अधिकृत तरीके से मनी एक्सचेंज नहीं कर सकता. वह चाहे तो 7 लाख रुपये में 1,672 दीनार मिल जाएंगे. जिसकी कीमत भारतीय करेंसी में 35 लाख के करीब है. अजय को सोचने का मौका दिया और फोन नंबर लेकर चला गया. इसके बाद अलग-अलग नंबरों से अजय को बार-बार फोन करके नोटों की लालच दी गई. अजय को उनपर संदेह हो गया. उसने क्राइम ब्रांच से संपर्क किया. डीसीपी चिन्मय पंडित के मार्गदर्शन में एपीआई मयूर चौरसिया, कांस्टेबल नरेंद्र ठाकुर, प्रवीण रोड़े, प्रशांत गभने और रवि अहिर ने प्रकरण की जांच शुरू की. इस तरह का मामला फिरोज की शिकायत पर ओल्ड कामठी पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ था. इसीलिए पुलिस ने आरोपियों के फोन नंबर मिलाए. एक नंबर से अजय और फिरोज दोनों को कॉल किया गया था. इससे यह तो साफ हो गया कि ठग एक ही गिरोह के है. 

    बांग्लादेशी होने का संदेह

    आरोपियों को पकड़ने के लिए कामठी बस स्टॉप के पास जाल बिछाया गया. अजय से मिलने के लिए मौला खान वहां पहुंचा. संभवत: अन्य आरोपी भी दूर खड़े रहकर निगरानी कर रहे थे. जैसे ही पुलिस ने मौला को पकड़ा अन्य आरोपी भाग निकले. आरोपियों ने ओल्ड कामठी रोड के वाजपाईनगर में एक कमरा किराए से ले रखा था. पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो 8 मोबाइल फोन और अलग-अलग कंपनी के सिमकार्ड मिले. आरोपियों ने लोगों को ठगने के लिए कुछ दीनार और रियाल भी अपने पास रखे थे. आगे की जांच के लिए आरोपियों को ओल्ड कामठी पुलिस के हवाले किया गया है. पुलिस को संदेह है कि सभी आरोपी बांग्लादेश के रहने वाले है. उनकी राष्ट्रीयता का भी पता लगाया जा रहा है.