cricket betting
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    नागपुर. हर वर्ष आईपीएल टी-ट्वेंटी सटोरियों के लिए त्योहार की तरह आता है लेकिन कोरोना काल में दर्शकों के स्टेडियम जाने पर पाबंदी लगने के बाद आईपीएल का रंग फीका हो गया लेकिन ऑनलाइन प्लेटफार्म पर सटोरियों ने अपनी बेटिंग जारी रखी लेकिन इस वर्ष 25 प्रश क्षमता के साथ ही सही दर्शकों को स्टेडियम में मैच देखने की अनुमति मिल गई है. इससे सटोरियों में भी जमकर उत्साह है. सटोरियों के साथ पुलिस ने भी आईपीएल के लिए कमर कस ली है. पूर्व में पकड़े जा चुके सटोरियों की एक सूची पुलिस ने तैयारी की है.

    पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार के सख्त आदेश है कि शहर में कोई भी क्रिकेट बेटिंग का धंधा नहीं चलना चाहिए. डीसीपी क्राइम चिनमय पंडित ने सभी क्राइम यूनिट के अधिकारियों और कर्मचारियों को इस काम में लगा दिया है. रविवार को शहर के 12 बड़े क्रिकेट बुकियों को क्राइम ब्रांच कार्यालय में लाइन हाजिर किया गया. इनमें से अधिकांश को सीपी पदभार संभालने के बाद लताड़ चुके है. सभी बुकियों को बताया गया कि वो या उनका कोई पंटर शहर में सट्टे की खायवाली नहीं करेगा. यदि किसी को पकड़ा गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा अन्य 20 क्रिकेट बुकियों के घर और कार्यालयों पर पुलिस ने दबिश दी है.

    कुछ अधिकारी और कर्मचारियों को केवल क्रिकेट बुकी और उनके पंटरों की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा गया है. बीते वर्ष आईपीएल के दौरान पुलिस ने कई क्रिकेट बुकियों पर रेड की थी. कुछ पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को क्रिकेट बुकियों के संपर्क में होने के कारण फटकार भी लगाई गई थी. डीसीपी पंडित ने कहा कि शहर में सट्टा ही नहीं किसी भी प्रकार का अवैध धंधा नहीं चल सकता. जो कानून के साथ खिलवाड़ करेगा उसे कठोर कार्रवाई के लिए भी तैयार रहना होगा.