नागपुर. संघ बिल्डिंग और हेडगेवार स्मृति भवन की रेकी करने वाले जैश ए मोहम्मद के आतंकी को एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ने कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया है. बताया जाता है कि उसे प्रोडक्शन वारंट पर नागपुर लाया गया है और पूछताछ भी शुरू हो गई है. पकड़ा गया आतंकी खाटी अवंतीपोरा, पुलवामा निासी रईस अहमद शेख असदउल्ला शेख (26) बताया गया. ज्ञात हो कि पीओके से जैश के हैंडलर ओमर के कहने पर रईस जुलाई महीने में नागपुर आया था. संघ के दोनों मुख्य स्थलों की रेकी करके वापस कश्मीर लौट गया था. सितंबर 2021 में कश्मीर पुलिस ने गोपनीय जानकारी के आधार पर रईस को गिरफ्तार किया था.
मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम द्वारा पूछताछ करने पर रईस ने बताया था कि वह जुलाई महीने में नागपुर गया था. किसी को उसपर शक न हो इसीलिए श्रीनगर से दिल्ली, दिल्ली से मुंबई और मुंबई से नागपुर की फ्लाइट बुक की गई थी. सेंट्रल एवेन्यू रोड पर स्थित एक होटल में उसने कमरा बुक किया. ऑटो से संघ बिल्डिंग गया और वहां से हेडगेवार भवन.
दोनों स्थलों की रेकी की और मोबाइल पर वीडियो बनाकर ओमर को भेजी थी. इसके बाद नागपुर पुलिस और महाराष्ट्र एटीएस और आईबी के हाथ-पैर फूल गए. एक टीम ने श्रीनगर जाकर उससे पूछताछ भी की. बाद में प्रकरण की जांच नागपुर एटीएस को सौंप दी गई थी. बताया जाता है कि 2 दिन पहले एटीएस की टीम उसे प्रोडक्शन वारंट पर नागपुर ले आई.
नागपुर का मददगार कौन?
पहले पुलिस ने बताया था कि पीओके से ओमर के निर्देश पर रईस यहां रेकी करने आया था. ओमर ने उसे बताया था कि नागपुर पहुंचने के बाद एक व्यक्ति उससे संपर्क करेगा. उसकी मदद से ही रेकी का काम करना है लेकिन जब वह नागपुर पहुंचा तो मदद के लिए कोई नहीं आया. ऐसे में वह खुद ही दोनों स्थलों पर गया और वीडियो रिकॉर्डिंग की. वीडियो की क्वालिटी खराब थी और दूर से लिए गए थे. इस वजह से ओमर ने उसे फटकार भी लगाई लेकिन डर के मारे उसने दोबारा वीडियो नहीं लिया और फोन बंद कर दिया.
हालांकि जानकार सूत्रों का कहना है कि रईस केवल जांच एजेंसियों को झांसा दे रहा है. उसने दोनों स्थलों की बारीकी से रेकी की है और सारी जानकारी पीओके में बैठे जैश के हैंडलर से शेयर की है. अब सवाल ये उठता है कि नागपुर में रईस की मदद के लिए किसे भेजा जाना था. इस बारे में फिलहाल पूरी गोपनीयता बरती जा रही है.