
नागपुर. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय में 2 बार धमकी भरी कॉल कर करोड़ों रुपयों की फिरौती मांगने वाले चर्चित अपराधी जयेश कांथा उर्फ जयेश पुजारी को नागपुर पुलिस ने बेलगांव की हिंडालगा जेल से हिरासत में लिया. तगड़ी सुरक्षा में उसे नागपुर लाया गया. न्यायालय ने उसे 31 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजा है. जयेश को गिरफ्तार करने के लिए सिटी पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. विगत 21 मार्च को जयेश ने गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में फोन करके उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी.
जान बख्शने की एवज में 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. इसी तरह 14 जनवरी को भी जयेश ने गडकरी के कार्यालय में फोन किया था और 100 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. दूसरी बार धमकी भरी कॉल आने से पुलिस भी सकते में आ गई. पुलिस ने नागपुर के जिला न्यायालय से जयेश को हिरासत में लेने के लिए प्रोडक्शन वारंट मांगा.
सोमवार को नागपुर पुलिस बेलगांव पहुंची. जयेश को मैसूर की अदालत ने दोहरी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. स्थानीय पुलिस ने मैसूर कोर्ट से अनुमति लेने को कहा. आला अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और कोर्ट में उसे हिरासत में लेने की दलील दी. आखिरकार अदालत से अनुमति मिलने के बाद जयेश को जेल से हिरासत में लिया गया.
पहले ही किया गया नियोजन
जयेश खूंखार अपराधी है और कई बार पुलिस की गिरफ्त से भाग चुका है. इसीलिए उसे सुरक्षित नागपुर लाने के लिए सीपी अमितेश कुमार, डीसीपी राहुल मदने और एसीपी अशोक बागुल ने पहले ही सारा नियोजन कर रखा था. उसे विमान द्वारा नागपुर लाने के लिए पहले ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी से अनुमति ली गई. इसके अलावा विमान कंपनी से भी पत्र व्यवहार किया गया. वैसे पुलिस ने उसे सड़क मार्ग से नागपुर लाने के लिए सीसीटीवी सहित 3 वाहनों की व्यवस्था भी कर रखी थी. कब और कहां गाड़ियों का हॉल्ट होगा यह भी तय किया गया था. धंतोली पुलिस के साथ क्विक रिस्पांस टीम के 3 कमांडो भी बेलगांव गए थे. आखिरकार विमान के एक कोने की सीट में घेराबंदी के साथ उसे नागपुर लाया गया.
क्या है कॉल करने का मकसद
सीपी अमितेश कुमार ने बताया कि केंद्रीय मंत्री को धमकाने और फिरौती मांगने का मकसद पता लगाना जरूरी है. इसीलिए उसे नागपुर लाकर पुलिस हिरासत ली गई है. एक बार पहले भी जयेश कांथा ने मंत्री के कार्यालय में फोन करके 100 करोड़ की फिरौती मांगी थी. दूसरी बार उसने 10 करोड़ की फिरौती मांगी. इसके लिए उसने एक युवती का नंबर दिया था. उस नंबर पर यूपीआई पेमेंट करने को कहा था. वह फोन पर डी कंपनी का नाम भी ले चुका है. वाकई में उसके अंडरवर्ल्ड से संबंध है या नहीं पता लगाया जा रहा है. सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसके बयान दर्ज किए जा रहे है. पुलिस ने उससे 2 फोन और 2 सिम कार्ड भी जब्त किए है. इस मामले में पुलिस विशेष सरकारी वकील नियुक्त कर आरोपपत्र दायर करने की तैयारी में है.