नागपुर. रेलवे सुरक्षा बल और लोहमार्ग पुलिस ने मिलकर ट्रेन 02621 तमिलनाडु एक्सप्रेस में सर्च ऑपरेशन किया और चेन्नई से अपहरण किये गये 4 वर्षीय बालक को सकुशल बचा लिया. वहीं 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया. आरोपियों के नाम कोलार मंहत, जिला रायसेन, मप्र मोनु गरीबदास केवट (26) और बोरासधाट, जिला रायसेन, मप्र निवासी शिब्बु गुड्डु केवट (22) बताये गये हैं.
बच्चे के पड़ोसी थे अपहरणकर्ता
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी पेशे से मजदूर हैं और शराब पीने के आदी है. वे अपहृत बालक के घर के ऊपर ही किराये के कमरे में रहते थे. ऐसे में बालक के माता-पिता से करीब 1 महीने पुरानी पहचान थी. आरोपियों ने शनिवार दोपहर करीब 3 बजे बालक को अंबतुर घुमाने ले जाने की बात कहकर घर से ले गये लेकिन रात 10 बजे तक नहीं लौटने पर बालक के माता-पिता ने खोजबीन की. पूरी रात स्टेशन और बाकी जगह ढूंढने पर दोनों युवक और बालक नहीं मिले. ऐसे में उन्होंने अंबतुर थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई.
RPF नागपुर को मिली पहली सूचना
बालक के अपहरण को गंभीरता से लेते हुए चेन्नई पुलिस ने तुरंत सीसीटीवी रिकॉर्डिंग जांच शुरू की. दोनों आरोपी और बालक स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों में नजर आये और तमिलनाडु एक्सप्रेस में सवार होते दिखे. ट्रेन की लाइव पोजिशन देखने पर पता चला कि नागपुर स्टेशन आने वाला है. चेन्नई जीआरपी से आरपीएफ नागपुर के पीआई आरएल मीना को सूचित किया गया. मीना ने जीआरपी पीआई मनीषा काशिद को जानकारी दी.
ट्रेन आने के पहले ही प्लेटफार्म 1 पर आरपीएफ और जीआरपी ने फिल्डिंग लगा दी. ट्रेन आते ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया. आखिर अपहरण करने वाले दोनों आरोपी और बालक डीएल 1 कोच की सीट 9 और 10 पर मिले. चेन्नई से आरोपियों की पहचान पुख्ता होते ही गिरफ्तार कर बालक को छुड़ा लिया गया. यह कार्रवाई आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडेय और जीआपी के एसपी एम. राजकुमार के मार्गदर्शन में पीआई मीना, पीआई मनीषा काशिद, एपीआई विजय तायवाडे, ओमप्रकाश भलावी, ऊके, मिश्रा, घुरडे, खवसे, नरूले, मोगरे, नेवारे ने की.