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    नागपुर. वन विभाग की टीम ने कोंढाली वन परिक्षेत्र में तेंदुए के शावक के शिकार मामले में शनिवार को छापामार कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया. सभी आरोपी मध्य प्रदेश के मजदूर हैं जो कोंढाली में छाया श्रीधर हवाले के खेत में आम तोड़ने के लिए आए थे. खेत के पास ही जंगल था, जहां इन्होंने शिकार की घटना को अंजाम दिया.

    आरोपियों में सुंदर कन्हैया वलके, नैनसिंग जोधा वलके, राजेश बहुरीलाल मरकाम तथा बीरसिंग हलकु धुर्वे (सभी निवासी भीमपुरी, तहसील बिछिया, जिला मंडला, मध्य प्रदेश) शामिल हैं. कोंढाली वन परिक्षेत्र अधिकारी एनएच कापगते ने बताया कि 11 मई को येनविहिरा बीट में 10 माह के मादा तेंदुए का शिकार किया गया था. इस मामले में संदेह के आधार पर 4 आरोपियों को पकड़ा गया.

    पूछताछ करने पर पहले तो आरोपियों ने वन विभाग की टीम को गुमराह करने की कोशिश की परंतु आरोपी राजेश मरकाम के मोबाइल की जांच करने पर सारी गुत्थी सुलझ गई. मोबाइल में मृत तेंदुआ और जंगली सुअर के मांस की तस्वीर मिली. सबूत मिलते ही आरोपियों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया.

    वन विभाग की टीम ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को जेएमएफसी काटोल के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें 18 मई तक फॉरेस्ट कस्टडी में भेज दिया गया. यह कार्रवाई नागपुर के उप वन संरक्षक भारत सिंह हाडा के मार्गदर्शन में वनपाल अनिल नवधरे, मोहन वाघधरे, एफबी पठान, आरती मेश्राम, राजू लाखाडे, पांडुरंग शिंदे, सूरज बेले, अजय पंचभाई, पुंडलीक सरोदे आदि ने की.

    बाहर से आने वालों पर नजर रखें 

    मध्य प्रदेश से आए लोगों ने शिकार की घटना को अंजाम दिया. ऐसे में जंगल के आसपास रहने वाले लोगों से अनुरोध है कि बाहर से मजदूरी करने के लिए आए लोगों पर नजर रखें और संदेह होने पर तत्काल वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दें. 

    -प्रज्योत पालवे, सहायक वन संरक्षक, काटोल.