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    • मुक्ता नई अध्यक्ष, कुंदा बनीं उपाध्यक्ष
    • भाजपा ने बागियों का किया समर्थन

    नागपुर. कई दिनों से सत्ता पलट होने की अटकलों को फेल करते हुए जिला परिषद में कांग्रेस-राकां व मित्र दलों की सत्ता बरकरार रही. कांग्रेस के नाना कंभाले के बागी होने के बाद पूर्व मंत्री सुनील केदार व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र मुलक, राकां के रमेश बंग ने अपने सभी सदस्यों को पाले में रखने में सफलता पायी और नई अध्यक्ष मुक्ता कोक्कडे और उपाध्यक्ष पद पर कुंदा राऊत बहुमत से चुनकर आईं. भाजपा द्वारा अपने उम्मीदवार खड़ा किये जाने से वोटिंग होना तय हो गया था. साथ ही कांग्रेस से बागी प्रीतम कवरे और नाना कंभाले ने भी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल कर दिया था. लेकिन भाजपा ने अपने उम्मीदवारों का नाम वापस ले लिया और कांग्रेस के बागियों को सारे वोट दे दिये. बावजूद इसके कोई चमत्कार नहीं हो पाया. जीत के बाद कांग्रेस-राकां खेमे में जश्न का माहौल था. ढोल-ताशों के साथ जीत की खुशी में कार्यकर्ता झूमने लगे वहीं गुलाल उड़ाए गए. अध्यक्ष व उपाध्यक्ष दोनों का केदार व मुलक ने अभिनंदन किया. इस दौरान रश्मि बर्वे, सुमित्रा कुंभारे, सुरेश भोयर, मनोहर कुंभारे, नाना गावंडे सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित थे. 

    3 कांग्रेस और 1 राकां के फूटे

    विद्यमान अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का ढाई वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से ही केदार गुट के सदस्यों को ही पदाधिकारी बनाये जाने के विरोध में कांग्रेस के सदस्य नाना कंभाले ने आवाज उठानी शुरू कर दी थी. तभी से भाजपा, राकां व कांग्रेस के नाराज सदस्यों को साथ लेकर जिप में सत्ता पलट का खेला करने की अटकलें चल रही थीं लेकिन अंत समय में सारा गणित फेल हो गया. भाजपा ने एकमात्र एसटी सदस्य नीता वालके को अध्यक्ष व कैलाश बरबटे को उपाध्यक्ष पद के लिए खड़ा किया और वोटिंग के पहले दोनों नामांकन वापस ले लिये. सारे 14 सदस्यों ने बागी प्रीतम कवरे और नाना कंभाले के पक्ष में मतदान किया. कांग्रेस के 3 और राकां का 1 वोट ही फूटा जिसके चलते कवरे को 18 और कंभाले को 19 वोट हासिल हुए और दोनों की करारी हार हुई. 

    अध्यक्ष को 39 वोट

    कांग्रेस उम्मीदवार मुक्ता कोक्कडे को 39 वोट मिले जबकि उपाध्यक्ष कुंदा राऊत को 38 वोट हासिल हुए. दोनों विजयी घोषित किए गए. कोक्कडे को कांग्रेस के 29, राकां के सभी 8 वोट, शेकाप 1 और गोंगपा का 1 वोट ऐसे कुल 39 वोट हासिल हुए. राऊत को राकां के 7 ही वोट मिले और उनके मतों की संख्या 38 रही. वोटिंग के पहले कांग्रेस ने व्हिप जारी किया था लेकिन कवरे व कंभाले ने व्हिप स्वीकार नहीं किया. 

    बागियों पर होगी कार्रवाई

    जिलाध्यक्ष राजेन्द्र मुलक ने कहा कि पार्टी के जिन 3 सदस्यों कंभाले, कवरे और मेधा मानकर ने बगावत की, उस पूरे घटनाक्रम की जांच की जाएगी और फिर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं राकां सदस्या मनीषा फेंडर द्वारा बागी कंभाले को वोट दिए जाने के संदर्भ में रमेश बंग ने कहा कि जांच कर रिपोर्ट पार्टी प्रमुख को भेजेंगे और उनके खिलाफ पार्टी कार्रवाई करेगी. 

    उम्मीदवार खड़ा नहीं कर पायी भाजपा : मुलक

    जिलाध्यक्ष मुलक ने इसे कांग्रेस की ऐतिहासिक विजय बताते हुए अपने सभी सदस्यों को किसी भी तरह के लालच में नहीं आते हुए एकजुटता बनाए रखने पर बधाई दी. उन्होंने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उसकी करारी हार हुई है. भाजपा तो अपने उम्मीदवार भी खड़ा नहीं कर पायी. 

    शिक्षा क्षेत्र में बदलाव प्राथमिकता : कोक्कडे

    नवनिर्वाचित अध्यक्ष मुक्ता कोक्कडे ने कहा कि पार्टी व केदार ने ग्रामीण जनता की सेवा करने के लिए जो अवसर दिया है उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगी. मैं शिक्षिका हूं इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव प्राथमिकता होगी. जिले के किसानों को अधिकाधिक मदद मिले और ग्रामीण सड़कों व विकास कार्य तेजी हो, यह प्रयास होगा. 

    किसान की बेटी हूं : राऊत

    नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष कुंदा राऊत ने महत्वपूर्ण पदों पर महिलाओं को कार्य करने का अवसर देने के लिए आलानेताओं का आभार मानते हुए कहा कि उनका विश्वास टूटने नहीं देंगे. सभी को साथ लेकर जिले के विकास व अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य किया जाएगा. जिप शालाओं को बंद करने का जो प्रयास हो रहा है उसे रोकने का प्रयास करेंगी. किसान की बेटी हूं, उनकी समस्याओं के निराकरण का विशेष प्रयास करूंगी.

    कांग्रेस में पड़ी फूट : उमरे

    विपक्ष के नेता आतिष उमरे ने कहा कि कांग्रेस सदस्यों में अपने नेताओं के प्रति नाराजी सामने आई है. नेता द्वारा अपने ही लोगों को उम्मीदवारी दिए जाने के चलते कांग्रेस में फूट पड़ी. कांग्रेस से कवरे व कंभाले ने उम्मीदवारी दाखिल की तो हमने अपने वरिष्ठों से उन्हें समर्थन देने के संदर्भ में चर्चा की और सहमति मिलने पर सभी 14 सदस्यों ने कवरे व कंभाले को वोट दिया. आगे ढाई वर्ष हम सत्ताधारियों की गलत निर्णयों व नीतियों का पूरी ताकत से विरोध करेंगे. 

    किसे मिले कितने वोट

    कांग्रेस: मुक्ता कोक्कडे 39, कुंदा राऊत 38

    बागी: प्रीतम कवरे 18, नाना कंभाले 19