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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    नागपुर. पांचपावली थानांतर्गत लालगंज परिसर में स्थित मंजुश्री सहकारी पतसंस्था मर्यादित के संचालकों ने सैकड़ों सदस्यों को चूना लगाकर संस्था के कार्यालय बंद कर दिए. पिछले 2 वर्षों से संस्था में पैसा जमा करने वाले गरीब लोग  थाने के चक्कर काट रहे थे लेकिन पांचपावली पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. आखिर आला अधिकारियों से शिकायत करने पर प्रकरण की जांच हुई. अब पुलिस ने संस्था के संचालकों और पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

    आरोपियों में संस्था के अध्यक्ष विनोद कुंभारे (36), पूर्व अध्यक्ष भाऊराव पौनीकर (55), उपाध्यक्ष टीना मोहाड़ीकर (28), मैनेजर वामन मोहाड़ीकर (35), अकाउंटेंट दुर्गा धार्मिक (40) और कैशियर प्रवीण सुनखाये (34) सहित अन्य का समावेश है. संस्था द्वारा उत्तर नागपुर परिसर में कई एजेंट नियुक्त किए गए जिनके माध्यम से लोगों को संस्था का सदस्य बनाकर रोज कमाकर खाने वाले छोटे दूकानदारों से पैसा निवेश करवाया है. वर्ष 2019 में अचानक संचालकों और पदाधिकारियों ने संस्था का कार्यालय बंद कर दिया. निवेशकों में खलबली मच गई. 

    300 सदस्यों की राशि पचाई

    सभी अपनी जमा राशि मांगने के लिए आरोपियों से मिले. उन्हें रकम वापस करने का विश्वास दिलाया गया और टालमटोल करते रहे. करीब 1 वर्ष बीत जाने के बावजूद किसी को रकम वापस नहीं मिली. आखिर लोगों ने पांचपावली पुलिस से शिकायत की. पांचपावली पुलिस ने इसे दीवानी मामला बताते हुए लोगों को वापस भेज दिया.

    पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण निवेशक महिलाओं ने डीसीपी लोहित मतानी से शिकायत की. मतानी ने पांचपावली पुलिस को जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए. अब लगभग 1 वर्ष बाद पांचपावली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और एमपीआईडी एक्ट सहित विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. फिलहाल किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. बताया जाता है कि संस्था में करीब 300 निवेशकों का 70 लाख रुपये डूबा है. यह आंकड़ा और बढ़ सकता है.