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    नागपुर. मेडिकल में थायराइड किट से लेकर डेंगू किट तक उपलब्ध नहीं होने से मरीजों की जांच में दिक्कतें आ रही हैं. बताया जाता है कि किट उपलब्ध कराने वाली कंपनियों का करोड़ों रुपये बाकी होने अब उन्होंने आपूर्ति से हाथ खींच लिये हैं. मेडिकल में जांच किट उपलब्ध नहीं होने से जरुरतमंद मरीजों को प्रतीक्षा करनी पड़ रही है. कई बार मरीजों को बाहर से टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है.

    दरअसल प्रशासन द्वारा किट आपूर्ति करने वाली कंपनियों के 5-6 करोड़ रुपये बकाया है. जब तक पुराने बिल पास नहीं हो जाते तब तक किट उपलब्ध नहीं कराने की बात कंपनियां कर रही हैं. मेडिकल में बीपीएल श्रेणी के मरीजों की जांच सहित उपचार भी नि:शुल्क किया जाता है लेकिन इन दिनों मरीजों को भी निजी लैब से जांच कराने की सलाह दी जा रही है. इससे मरीजों के परिजनों में असंतोष है. इस संबंध में वैद्यकीय शिक्षा मंत्री से शिकायत किए जाने पर जानकारी सामने आई है.

    बारिश के सीजन में विभिन्न तरह की बीमारियां फैलती हैं. इसके बावजूद प्रशासन द्वारा समय पर किट आपूर्ति नहीं किया जाना लापरवाही की ओर इशारा करता है. बताया जा रहा है कि बिल पेंडिंग होने से अब प्रशासन लोकल पर्चेस के माध्यम से खरीदी कर रहा है लेकिन विविध तरह की जांच किट कब तक उपलब्ध होंगी यह कोई बताने को तैयार नहीं है.