मेडिकल के कायाकल्प की योजना तैयार, स्किल लैब, सेंटर लैब, ट्रॉमा का अपग्रेडेशन

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    • 300 करोड़ देगी सरकार 
    • 450 कमरों का लड़कियों का हॉस्टल 
    • 50 बेड का पृथक पेइंग वार्ड बनेगा

    नागपुर. शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पताल की प्लेटिनम जुबली महोत्सव के अवसर पर सरकार की ओर से 300 करोड़ की निधि मिलने वाली है. इसमें 75 फीसदी निधि राज्य सरकार और 25 फीसदी जिला नियोजन समिति के माध्यम से दी जाएगी. इस निधि से मेडिकल में विविध विकास कार्य किये जाएंगे. इसके बाद मेडिकल में मरीजों के साथ ही डॉक्टरों को भी बेहतर सुविधा मिल सकेगी.

    मेडिकल के मरीजों को ट्रॉमा केयर सेंटर में भर्ती करने या फिर किसी जांच के लिए भेजने पर स्ट्रेचर या ट्राई साइकिल पर ले जाना पड़ता है. इससे मरीजों के साथ ही परिजनों को भी परेशानी होती है. इस समस्या के निराकरण के लिए मेडिकल प्रशासन ने स्कायवॉक तैयार करने का निर्णय लिया है. इससे मरीजों को आसानी भी होगी. दरअसल मेयो और मेडिकल के विकास के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये थे कि आवश्यक साधन-सुविधाओं की आवश्यकता के बारे में समीक्षा करें. साथ ही इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के लिए भी कहा गया था. मेडिकल प्रशासन ने विविध विभागों के विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव तैयार कर वैद्यकीय शिक्षा विभाग को भेज दिया है. मेडिकल में एमबीबीएस में प्रवेश लेने वाले लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या अधिक है. लड़कियों के रहने के लिए प्रशासन ने ४५० कमरों के नये हॉस्टल का प्रस्ताव तैयार किया है. इसके लिए करीब ६२.८४ करोड़ के खर्च का अनुमान है. 

    सुविधाएं होंगी अपग्रेड 

    वैद्यकीय पाठ्यक्रम की शिक्षा हासिल करने वाले छात्रों के कौशल्य व अनुभव के विकास के लिए कौशल पर आधारित प्रयोगशाला स्किल लैब शुरू की जाएगी. इसके लिए 20 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है. इसी तरह ओपीडी से मध्यवर्ती प्रयोगशाला, कैफे हाउस, ट्रॉमा केयर सेंटर का अपग्रेडेशन करने के लिए १५० करोड़ का प्रस्ताव दिया गया है. वहीं मुख्य प्रवेश द्वार के लिए २ करोड़, सड़कों की मरम्मत के लिए 1० करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे. 50 बेड का पृथक पेइंग वार्ड बनाया जाएगा.

    दरअसल यह प्रस्ताव तत्कालीन अधिष्ठाता डॉ. सुधीर गुप्ता के कार्यकाल में ही तैयार किया गया था. इसके लिए 45 खर्च का अनुमान रखा गया है. यह आधुनिक और सभी सुविधाओं से युक्त होगा. इस वजह से इसके चार्जेज भी अधिक होंगे. पेइंग वार्ड के लिए पृथक डॉक्टरों सहित स्टाफ की भी व्यवस्था पर विचार चल रहा है.

    सरकार द्वारा मिलने वाली निधि से मेडिकल का कायाकल्प करने का प्रयास किया जाएगा. इसके तहत क्रीड़ा कॉम्प्लेक्स, तीन नये एसटीपी प्लान, लॉन्ड्री व किचन और बिजली व्यवस्था का नवीनीकरण भी शामिल है. इससे मेडिकल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने में मदद होगी. 

    -डॉ. राज गजभिये, अधिष्ठाता