Shivajirao Moghe

Loading

नागपुर. पूर्व मंत्री शिवाजीराव मोघे भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संघ से भी बड़े हो गए हैं. वे संघ के भी नहीं सुनते. पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के काल में भी ऐसा नहीं होता था. दिनोंदिन देश की परिस्थिति बिड़गती जा रही है. वे प्रेस परिषद में बोल रहे थे. उनके नेतृत्व में संविधान चौक में भाजपा सरकार के खिलाफ ओबीसी, एससी, एसटी व अल्पसंख्यक सेल की ओर से आंदोलन किया गया. उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार पैसे के जोर पर बहुमत की सरकार बनाई जाती है. छोटी पार्टियों को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.

विपक्ष के नेताओं के पीछे जांच एजेंसियां लगाकर बदनाम किया जा रहा है. राहुल गांधी की सदस्यता रद्द पर उन्होंने कहा कि पहले मानहानि के 85 फीसदी मामलों में दंड के रूप में सजा होती थी लेकिन आज राष्ट्रीय पार्टी के नेता को 2 वर्ष सजा देकर तत्काल सांसदी रद्द की जाती है. उन्हें सरकारी निवास खाली करने का नोटिस दिया गया है. यह सब लोकतंत्र खत्म कर तानाशाही लाने का प्रयास है. प्रेस परिषद में नामदेव उसेंडी, गोविंद भांडारकर, वसीम खान, राहुल घरडे, फजल रहमान, प्रदीप मसराम, दशरथ मडावी, संजय दुधे उपस्थित थे.

नौकरी खत्म, कई जानें गईं

मोघे ने कहा कि राहुल गांधी मोदी सरकार के भ्रष्टाचार और तानाशाही के विरोध में संसद व सड़क पर उतर कर जनता के सामने सच्चाई रख रहे थे. उनकी भारत जोड़ो यात्रा से जनता उनके साथ जुड़ रही थी इस डर से मोदी सरकार ने षड्यंत्र कर सूरत कोर्ट के फैसले के आधार पर उनकी सांसदी रद्द कर दी. सरकारी कंपनियों के निजीकरण से नौकरियां खत्म हो रही हैं. नोटबंदी से अनेक जानें गईं. किसान आंदोलन में 700 से अधिक किसानों मौत हो गई. अदानी प्रकरण में संसद ठप है. सरकार उत्तर नहीं दे रही. ऐसा ही रहा तो 2024 के बाद देश में तानाशाही रहेगी या अध्यक्षीय लोकतंत्र अस्तित्व में आएगी यह चिंता का विषय है.