Dayashankar Tiwari
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    • 1,938 छात्रों को देना है टैबलेट
    • 238 को किए वितरित 

    नागपुर. कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन की स्थिति में मनपा छात्रों के पास पर्याप्त संसाधन नहीं होने से ऑनलाइन पढ़ाई में परेशानी हो रही थी. अन्य स्कूलों से पिछड़ते देख मनपा के छात्रों को भी टैबलेट देकर ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया. मनपा के कुल 1,938 छात्रों को टैबलेट दिया जाना था. जिसमें से 238 छात्रों को वितरित किए गए. महापौर दयाशंकर तिवारी ने आशा जताई कि छात्रों को टैबलेट मिलने से अब अन्य स्कूल के छात्रों की तुलना में मनपा के छात्र पीछे नहीं रहेंगे.

    उन्होंने कहा कि डेढ़ वर्षों से मनपा ऑनलाइन पद्धति से शिक्षा दे रही है जिन छात्रों को ऑनलाइन संभव नहीं है, उनके घर जाकर शिक्षा दी जा रही है. इस तरह की त्रासदी को देखते हुए छात्रों को टैब देने का निर्णय लिया गया. संजयनगर माध्यमिक स्कूल और डॉ. राममनोहर लोहिया माध्यमिक स्कूल के 10वीं के छात्रों को महापौर के हाथों टैब का वितरण किया गया. 

    इंटरनेट की सुविध प्रदान की जाएगी

    महापौर दयाशंकर तिवारी ने कहा कि वर्तमान में केवल 238 छात्रों को टैबलेट दिया जा रहा हों लेकिन अब मनपा स्कूलों की पटसंख्या बढ़ गई है. अत: भले ही 1,938 छात्रों को पहले टैबलेट देने का निर्णय हुआ हो किंतु पटसंख्या के अनुसार 2 हजार से अधिक छात्रों को टैबलेट मुहैया कराया जाएगा. टैब द्वारा ऑनलाइन शिक्षा लेते समय इंटरनेट के अभाव में पढ़ाई में बाधा न हो, इसके लिए मनपा की ओर से इंटरनेट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी. टैबलेट का उपयोग कैसे किया जाए इसे लेकर भी छात्रों का मार्गदर्शन किया जाएगा. 

    नहीं खोल पाएंगे अन्य एप

    महापौर ने स्पष्ट किया कि इंटरनेट की सुविधा होने के कारण टैबलेट का अन्य उपयोग होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है किंतु इसका पूरा ध्यान रखा गया है. छात्र टैब के माध्यम से केवल अध्यापन में लगे रहे, इसके लिए टैबलेट में केवल शैक्षणिक और नागपुर महानगर पालिका की जानकारी देनेवाले एप ही होंगे.

    छात्रों का शिक्षा से मन परिवर्तन हों उन पर किसी तरह का विपरीत परिणाम हो इस तरह के संकेतस्थल या एप, इस टैबलेट पर नहीं खुल पाएंगे. इसे गंभीरता से लेकर टैबलेट की निर्मिति की गई है. क्रीड़ा सभापति प्रमोद तभाने, श्रद्धा पाठक, चेतना टांक, शिक्षणाधिकारी प्रीति मिश्रीकोटकर, राजेन्द्र सुके, रवीन्द्र गावंडे, राजेन्द्र पुसेकर, विनय बगले आदि उपस्थित थे.