सावनेर. नागपुर-जबलपुर मार्ग पर सिवनी के पास घाटी में हाईवे का कार्य शुरू रहने व बारिश के कारण वाहन फंसने से महामार्ग पर करीब 30 मई से यातायात बंद है. इस कारण नागपुर से जबलपुर जाने व आने वाले वाले भारी वाहन छिंदवाड़ा होकर सिवनी की ओर जा रहे हैं. इस कारण रोजाना सैकड़ों भारी वाहनों की रेलमपेल सावनेर में लग गई है. बायपास रहने के बावजूद शहर से भारी वाहनों के सतत गुजरने से दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है. नागरिकों ने भारी वाहनों को शहर के बायपास से निकालने की गुहार लगाई है.
अमरावती-जबलपुर को जोड़ता है सावनेर का बायपास
बायपास अमरावती से सावनेर होते हुए मनसर मार्ग से सिवनी, जबलपुर को जोड़ता है. छिंदवाड़ा से भी सिवनी होते हुए जबलपुर मार्ग मिलता है. नागपुर-सिवनी मार्ग बंद रहने से पूरा लोड छिंदवाड़ा मार्ग पर आ गया है. नागपुर, अमरावती व अन्य स्थानों से निकलनेवाले भारी वाहनों की रात व दिन में मिलाकर संख्या दोगुनी हो जाने से सैकड़ों भारी वाहन बायपास के साथ ही शहर से भी गुजर रहे हैं. जब तक नागपुर से सिवनी महामार्ग नहीं खुलता तब तक वाहनों की आवाजाही छिंदवाड़ा मार्ग से ही होने का अनुमान है.
सीमा पर लगे बैरिकेड्स तोड़कर निकल रहे वाहन
सावनेर के चारों ओर बायपास बन गये हैं. शहर में भारी वाहनों की आवाजाही, ध्वनि प्रदूषण व दुर्घटनाएं रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम की जनता ने सराहना की थी. लेकिन वर्तमान स्थिति में नेशनल हाईवे विभाग की उदासीनता के कारण नागपुर से जबलपुर व सिवनी जाने व आने वाले वाले अधिकतर भारी वाहन बायपास छोड़ शहर से ही गुजर रहे हैं. बायपास तो बन गए हैं लेकिन वहां दिशा फलक नहीं लगाए गए हैं. कोरोना महामारी को रोकने प्रशासन द्वारा शहर की सीमाओं पर बैरिकेड्स लगाये गये हैं लेकिन भारी वाहनों के चालक बैरिकेड्स तोड़कर रास्ता बना लेते हैं. भारी वाहनों के यातायात की समस्या दिनोंदिन विकराल होते जा रही है. पुलिस विभाग को ऐसे वाहनों पर कार्रवाई करना जरूरी है.
63 कि.मी. का पड़ रहा फेरा पड़ रहा वाहन चालकों को
नागपुर से जबलपुर की दूरी मनसर मार्ग से लगभग 280 कि.मी. की है. अगर नागपुर से छिंदवाड़ा होते हुए जबलपुर जाना है तो करीब 343 कि.मी. की दूरी तय करनी पड़ती है. यानि 63 कि.मी. का फेरा इस छिंदवाड़ा मार्ग से पड़ रहा है जो वाहन चालकों की जेब पर भारी पड़ रहा है. अब मनसर होते हुए नागपार सिवनी मार्ग शीघ्र शुरू करने की मांग उठ रही है.